Noida International Airport: 5730 करोड़ में पूरा होगा पहला चरण, 2024 से शुरू होगी उड़ान, यहां जानें सब कुछ
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कनेक्टिंग फ्लाइट के लिए दो बार जांच होगी। सुरक्षा के मद्देनजर कामन सिक्योरिटी होल्डिंग एरिया को स्वीकृति नहीं मिली है। टर्मिनल बिल्डिंग व रनवे के लिए अलग-अलग निर्माण एजेंसी होगी। रनवे की चौड़ाई 45 मीटर होगी।

नोएडा [अरविंद मिश्रा]। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर घरेलू यात्रियों को कनेक्टिंग फ्लाइट के लिए अलग-अलग सुरक्षा जांच से गुजरना होगा। सुरक्षा कारणों से गृह मंत्रालय व नागर विमानन मंत्रालय ने कामन सिक्योरिटी होल्डिंग एरिया के लिए अनुमति नहीं दी है। रनवे व टर्मिनल बिल्डिंग के निर्माण की जिम्मेदारी अलग-अलग एजेंसी को सौंपी जाएंगी। मई से एयरपोर्ट का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। अप्रैल अंत तक चारदीवारी का निर्माण कार्य पूरा होगा।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के डेवलपमेंट प्लान को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लि. (नियाल) बोर्ड ने बृहस्पतिवार को अपनी स्वीकृति दे दी, लेकिन एयरपोर्ट पर घरेलू यात्रियों के लिए कामन सिक्योरिटी होल्डिंग एरिया को स्वीकृति नहीं मिल पाई।
नियाल सीईओ डा. अरुणवीर सिंह ने बताया कि विकासकर्ता कंपनी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लि. की ओर से सौंपे गए डेवलपमेंट प्लान में कामन सिक्योरिटी होल्डिंग एरिया को शामिल किया गया था। ताकि कनेक्टिंग फ्लाइट के लिए घरेलू यात्रियों को बार-बार सुरक्षा जांच से होकर न गुजरना पड़े, लेकिन सुरक्षा के मद्देनजर गृहमंत्रालय व नागर विमानन मंत्रालय से इसे स्वीकृति नहीं दी गई। इसलिए नियाल बोर्ड ने भी अस्वीकार कर दिया।
पीडब्ल्यूसी का अनुबंध एक साल और बढ़ा
बोर्ड ने परियोजना की निगरानी के लिए प्राइस वाटर हाउस कूपर पीडब्ल्यूसी के अनुबंध को भी एक साल और बढ़ा दिया। एयरपोर्ट के निर्माण कार्य की निगरानी के लिए नियाल व यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लि. ने इंजीनियर्स इंडिया लि. से अनुबंध किया है।
कोड ई होगा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट कोड ई श्रेणी का होगा। इसलिए एयरपोर्ट पर ऐसे विमानों का संचालन होगा, जिनके पंखों का फैलाव अधिकतम साठ मीटर होगा। हालांकि 75 मीटर तक पंखों के फैलाव वाले विमान के हिसाब से इसे बनाया जाएगा।
45 मीटर होगी रनवे की चौड़ाई
नोएडा एयरपोर्ट के पहले चरण में एक रनवे का निर्माण होगा। रनवे की लंबाई 3900 मीटर व चौड़ाई 45 मीटर होगी। इसी रनवे से 2024 में यात्री सेवाओं की शुरुआत होगी। एयरपोर्ट से शुरुआत में पचास लाख यात्री सालाना यात्रा करेंगे।
5730 करोड़ का होगा पहला चरण
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पहले चरण की लागत 5730 करोड़ रुपये होगी। पूरी योजना करीब तीस हजार करोड़ की है। टर्मिनल बिल्डिंग तीन लेवल होगी। एक से आगमन व दूसरे से प्रस्थान होगा। तीन एप्रोच टैक्सी वे होंगे। टर्मिनल बिल्डिंग को एक करोड़ बीस लाख यात्री क्षमता के हिसाब से बनाया जाएगा। घरेलू के लिए दस, अंतरराष्ट्रीय के लिए दो गेट होंगे। इसके अलावा दस इमीग्रेशन काउंटर होंगे। 48 जांच केंद्र होंगे।
पानी शोधन के लिए होगा प्लांट
नोएडा एयरपोर्ट पर पानी शोधन के लिए 2.8 एमएलडी का प्लांट होगा। जबकि सीवेज ट्रीटमेंट प्लान की क्षमता 6.2 एमएलडी होगी। पांच कूलिंग टावर बनाए जाएंगे। एयरपोर्ट को बिजली आपूर्ति के लिए 220 केवी सब स्टेशन होगा। बैकअप के लिए इतनी ही क्षमता का डीजल जनरेटर सेट भी होगा।
चार दीवारी का काम इसी माह होगा पूरा
नोएडा एयरपोर्ट के अधिगृहीत 1334 हेक्टेयर जमीन की चारदीवारी का निर्माण कार्य पंद्रह दिन में पूरा हो जाएगा। नौ किमी चारदीवारी का निर्माण हो चुका है। सीधी चारदीवारी के लिए कुछ और जमीन की जरूरत थी। 54 भूखंडों को खरीदकर विकासकर्ता कंपनी को बुधवार को कब्जा दे दिया गया है। एयरपोर्ट की कुल 17 किमी लंबी चारदीवारी होगी।

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