बादलपुर CHC में इंजेक्शन लगाने के नाम नर्स ने मांगे 500, मना करने पर बोली- सीएमओ को भी जाता है हिस्सा
ग्रेटर नोएडा के बादलपुर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक नर्स पर बूस्टर इंजेक्शन लगाने के लिए 500 रुपये रिश्वत मांगने का आरोप लगा है। जगत सिंह खारी नामक व्यक्ति ने मुख्यमंत्री से शिकायत करते हुए बताया कि नर्स ममता ने उनकी गर्भवती बहू से पैसे मांगे और इनकार करने पर दुर्व्यवहार किया। शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होने पर उन्होंने सीएम से निष्पक्ष जांच की मांग की है।

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। शासन-प्रशासन के लाख दावों के बाद भी चिकित्सा व्यवस्था में व्याप्त खामियां कम नहीं होती हैं। सरकारी अस्पतालों में जाकर इलाज पाने की आस रखने वालों को भ्रष्ट सिस्टम का सामना करना पड़ता है। सड़ चुकी व्यवस्था का एक ऐसा ही नमूना बादलपुर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उजागर हुआ है। हालांकि, यह अभी मात्र आरोप है। जांच के बाद ही पूरे मामले का खुलासा हो सकेगा। दरअसल, यहां तैनात एक नर्स पर इंजेक्शन लगाने के बदले 500 रुपये रिश्वत मांगने का आरोप लगाया गया है।
बहू गई थी बूस्टर इंजेक्शन लगवाने
बादलपुर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात स्टाफ नर्स ममता पर बूस्टर इंजेक्शन लगाने के नाम पर 500 रुपये वसूली करने का आरोप लगाकर जगत सिंह खारी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिकायत की। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी बहू पांच महीने की गर्भवती है, जिसका उपचार स्वास्थ्य केंद्र पर चल रहा है। जहां पर उनकी बहू बूस्टर इंजेक्शन लगवाने के लिए 27 जून को गईं उनके साथ गईं थी।
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'सीएमओ तक जाता है रुपया'
इस दौरान नर्स ने उनसे इंजेक्शन लगाने के नाम पर 500 रुपये की मांग की और जब उन्होंने देने से मना कर दिया तो नर्स ने गाली-गलौच करते हुए धक्का मारकर अस्पताल से बाहर कर दिया। इस मामले की जब शिकायत उन्होंने स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डा. रणवीर से की। शिकायत किए जाने पर केंद्र प्रभारी ने भी 500 रुपये देने के बाद इंजेक्शन लगने की बात कही और कहा इसका रुपया सीएमओ तक जाता है।
हम ऊपर तक कमीशन देते हैं : नर्स
इसी दौरान नर्स भी मौके पर आ गई और दोनों लोगों ने कहा कि हमें यहां पर नौकरी करते हुए 10 वर्ष बीत गए आज तक मेरा कोई कुछ नहीं कर पाया है। हम ऊपर तक कमीशन देते हैं। मामले की शिकायत इसके बाद सीएमओ गौतमबुद्ध नगर और जनसुनवाई केंद्र लखनऊ के अलावा अन्य स्थानों पर की, लेकिन एक माह में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने बताया कि सीएम से शिकायत कर मामले की निष्पक्ष जांच करवाकर कार्रवाई की मांग की है।
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