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    3 मिनट 50 सेकंड में DND से PGI पहुंची एंबुलेंस; दो जुड़वा बच्चों की बचाई जान

    Updated: Thu, 28 Aug 2025 11:17 AM (IST)

    नोएडा पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए ग्रीन कॉरिडोर बनाया और 6 किलोमीटर की दूरी को मात्र 3 मिनट 50 सेकंड में तय किया। इस कॉरिडोर के माध्यम से दो जुड़वां बच्चों को चाइल्ड पीजीआई में भर्ती कराया गया जिन्हें सांस लेने में तकलीफ थी। दिल्ली पुलिस से सूचना मिलने पर नोएडा पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए यातायात को सुगम बनाया और एंबुलेंस को तेजी से अस्पताल पहुंचाया।

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    गौतमबुद्ध नगर यातायात पुलिस ने आपातकाल में ग्रीन कॉरिडोर बनाया।

    जागरण संवाददाता, नोएडा। नजफगढ़ के अस्पताल में जन्मे दो जुड़वा बच्चों को आपातकाल में करीब छह किलोमीटर का ग्रीन कॉरिडोर बनाकर नोएडा के सेक्टर 30 स्थित चाइल्ड पीजीआई में भर्ती कराया।

    गौतमबुद्ध नगर यातायात पुलिस सूचना पर डीएनडी से पीजीआई तक ग्रीन कॉरिडोर बनाकर एंबुलेंस को महज तीन मिनट 50 सेकंड में पहुंचवाने में सहयोग किया। स्वजन ने यातायात पुलिस की सराहना की।

    घबरा गए थे घरवाले

    डीसीपी यातायात लखन सिंह यादव ने बताया कि दिल्ली के सेपलिंग अस्पताल में दो जुडवां बच्चों का जन्म हुआ था। बच्चों को सांस लेने में दिक्कत समेत कई परेशानी हुई तो चिकित्सकों ने बच्चों को नोएडा के चाइल्ड पीजीआई रेफर कर दिया। स्वजन एंबुलेंस में तत्काल बच्चों को लेकर चल पड़े। रास्ते में लाल बत्ती व यातायात धीमा मिला। बच्चों के रोने पर स्वजन घबरा गए।

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    दिल्ली पुलिस को बच्चों की परेशानी से अवगत कराया। दिल्ली कंट्रोल रूम से मैसेज फ्लैश किया गया। इस बारे में नोएडा यातायात पुलिस को अवगत कराया गया। डीसीपी यातायात लखन सिंह यादव ने बताया कि बुधवार रात आठ बजकर 37 मिनट पर सूचना मिलने पर तत्काल डीएनडी से लेकर सेक्टर 30 स्थित चाइल्ड पीजीआई तक करीब छह किलोमीटर ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया।

    जगह-जगह पर यातायात पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई। इस पहल से एंबुलेंस महज चार मिनट से भी कम समय में पीजीआई पहुंच गई, जबकि डीएनडी से पीजीआई पहुंचने में 15-20 मिनट लगते हैं।

    डीसीपी ने बताया कि गौतमबुद्ध नगर यातायात पुलिस स्वास्थ्य संबंधी आपाकालीन स्थिति में ग्रीन कॉरिडोर जैसी पहल करती है। पूर्व में भी कई बार ग्रीन कॉरिडोर की पहल कर एंबुलेंस को गंतव्य तक पहुंचवाया गया है। यातायात पुलिस का प्रयास रहता है कि एंबुलेंस को किसी तरह की यातायात संबंधी दिक्कत नहीं हो।