Noida Accident: सड़क हादसे बुझ गया घर का इकलौता चिराग, डेड बॉडी घर पहुंचते ही मचा कोहराम
नोएडा में एक सड़क दुर्घटना में एक युवक की दुखद मौत हो गई, जो अपने परिवार का एकमात्र सहारा था। इस घटना से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है। युवक का शव घर ...और पढ़ें
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इसी बाइक पर सवार था विवेक शर्मा।
बृजेश सिंह तालान, जेवर। दनकौर थाना क्षेत्र में हुए सड़क हादसे में डुढेरा गांव के एक परिवार की सभी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। हादसे में घर के इकलौते बीटेक के छात्र की मौत हो गई। पोस्टमार्टम के बाद शाम को मृतक छात्र का शव गांव पहुंचने पर स्वजन में कोहराम मच गया।
गमगीन माहौल में छात्र का अंतिम संस्कार किया गया। हर किसी की आंखों में आंसु थे। पूरे परिवार की उम्मीद इकलौते चिराग पर थी, इसलिए उसे डेढ़ वर्ष पहले राजस्थान से यहां लाकर गलगोटिया विवि में बीटेक में दाखिला दिलवाया था। पढ़ा लिखकर इंजीनियर बनाना चाहते थे, ताकि नौकरी मिलने के बाद वह परिवार का पालन-पोषण में सहयोग कर सकें।
सड़क दुर्घटना ने परिवार के सपनों पर तुषारापात कर दिया। डुढेरा गांव के रहने वाले अशोक कुमार शर्मा को हार्टअटैक होने पर तीन सप्ताह पूर्व ग्रेटर नोएडा के प्राइवेट अस्पताल में स्टंट डाले गए थे। जिसके बाद उचित देखभाल के लिए वह अपनी पत्नी ऊषा, बेटा विवेक शर्मा व बेटी सिया के साथ रबूपुरा थाना क्षेत्र के गांव भुन्ना तगा गांव में अपने बहनोई मुकेश शर्मा के घर रह रहे थे।
उनका 18 वर्षीय बेटा विवेक शर्मा गलगोटिया यूनिवर्सिटी में बीटेक प्रथम वर्ष का छात्र था। कुछ वर्ष पहले अशोक शर्मा परिवार के साथ राजस्थान चले गए थे। विवेक को पढ़ाने के लिए फिर से डूढेरा गांव लौट आए थे। रविवार सुबह अतिरिक्त क्लास लेने के लिए यूनिवर्सिटी जा रहा था। तभी दनकौर थाना क्षेत्र में सड़क हादसे का शिकार हो गया।
इकलौते बेटे की मौत से स्वजन में कोहराम मच गया। जवान मौत की सूचना के बाद गांव में सन्नाटा पसर गया। देर शाम को मृतक का शव गांव पहुंचने पर गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार कर दिया गया। घर में कोई और कमाने वाला भी नहीं है। घर की सारी उम्मीद इकलौते बेटे विवेक पर ही थी। ह्रदय की बीमारी से ग्रस्त पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। मां और बहन बेसुध हाल में हैं।

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