'नोएडा में हवा खराब है, चलो कहीं घुम आए'; शहरवासियों ने किया धार्मिक स्थलों की ओर रुख
नोएडा में वायु प्रदूषण बढ़ने से लोगों का स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है। स्कूलों ने ऑनलाइन कक्षाएं शुरू कर दी हैं। शहरवासी प्रदूषण और जाम से राहत पाने के लिए धार्मिक स्थलों की ओर रुख कर रहे हैं। हरिद्वार, ऋषिकेश और ज्वालादेवी जैसे स्थानों पर लोग शांति और सात्विकता की तलाश में जा रहे हैं। वे कुछ दिनों के लिए दफ्तरों से छुट्टी लेकर साफ हवा में सांस लेने की उम्मीद कर रहे हैं।
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हवा में सुधार के लिए पानी का झिड़काव किया जा रहा। फाइल फोटो
स्वाति भाटिया, नोएडा। नोएडा में हवा की गुणवत्ता खराब होती जा रही है। एक्यूआई खतरनाक स्तर 422 के पार पहुंचने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है।
सांस लेने में तकलीफ, आंखों में जलन, सिरदर्द, थकान और लगातार भारीपन जैसी स्थिति ने लोगों को घर में कैद कर दिया है। स्कूलों ने भी बच्चों के लिए ऑनलाइन क्लासरूम का सहारा ले लिया है, ताकि बच्चों को प्रदूषण से बचाया जा सके। ऐसे में कुछ दिनों की शांति के लिए लोग धार्मिक स्थलों की ओर रुख कर रहे हैं।
लोगों का मानना है कि जहां बाहर की हवा में घोटकर पैदा हो रही है, वहीं धार्मिक स्थलों पर जानो से कुछ पलों के अंतर्मन से मन को शांति और सात्विकता है, साथ ही कुछ दिन ही सही साफ हवा में सांस लेने का भी मौका है। दरअसल स्कूलों में ऑनलाइन मोड पर कक्षाए चल रही, इसलिए कक्षा को कहीं भी बैठकर बच्चों को पढ़ाया जा सकता है।
लोगों ने कुछ दिन प्रदूषण जाम की सिरदर्दी से राहत की सांस लेने के लिए अपने दफ्तरों से छुट्टी लेकर घुमने की प्लानिंग की है। चार से पांच दिनों के इस टूर से उनको कुछ तो आराम मिलेगा ऐसा मान रहे हैं। हरिद्वार, ऋषिकेश-देहरादून, ज्वालादेवी, वैष्णोंदेवी धार्मिक स्थलों पर जाना अधिक पसंद किया जा रहा ।
बच्चों की ऑनलाइन कक्षाएं चल रही है,शहर में प्रदूषण काफी हो रहा है। रोज-रोज जाम- प्रदूषण सबके बीच सिरदर्दी बढ़ने लगी है, इसलिए कुछ राहत पाने के लिए धार्मिक स्थलों पर जाने की तैयारी की है। तत्काल में टिकट बुक करवाया है, पांच दिन के लिए जा रहे हैं।
चिराग शर्मा, निवासी
नोएडा हमने चार दिन के लिए ऋषिकेश जाने का प्लान किया है। कुछ प्रोजक्ट वर्क बच्चों काे दिए गए हैं जो साथ लेकर जाएंगे वहीं करवा लेंगे। काफी प्रदूषण हो रहा है, कुछ दिन के लिए ही सही साफ हवा में सांस ले पाएंगे।
स्मृति नागपाल
प्रदूषण काफी बढ़ रहा है, काफी दिनों से सोच भी रहे थे कहीं दर्शन के लिए जाना है। बच्चों को भी स्कूल नहीं जाना इसलिए ज्वालाजी दर्शन के लिए जा रहे हैं दफ्तर से तीन दिन की छुट्टी ली है।
नितिन

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