पैरेंट्स को मिलेगा RTE के आवेदन फॉर्म की गलती सुधारने का मौका, नए सत्र में किए गए कई बदलाव
शिक्षा विभाग ने पैरेंट्स को आरटीआई आवेदन फॉर्म में गलती सुधारने का मौका देने का फैसला किया है। पहले गलती होने पर फॉर्म रद हो जाता था। अब सुधार के लिए समय मिलेगा, जिससे पैरेंट्स को राहत मिलेगी और समय की बचत होगी। विभाग ने नए सत्र में शिक्षा प्रणाली को सुगम बनाने के लिए कई और बदलाव भी किए हैं।
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सांकेतिक तस्वीर
गजेंद्र पांडेय, ग्रेटर नोएडा। शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई) के आवेदन फॉर्म में गलती होने पर अब निरस्त नहीं किए जाएंगे। अभिभावक को गलतियां दूर करने का मौका मिलेगा।
गरीब परिवारों के बच्चों को प्राईवेट स्कूलों की 25 प्रतिशत सीटों पर दाखिला दिलाने के लिए नए सत्र में कई बदलाव किए गए हैं। इस बार आवेदन फॉर्म में कोई गलती होने पर ब्लॉक स्तर पर बनी हेल्प डेस्क द्वारा अभिभावकों को बुलाकर सुधार कराया जाएगा। ताकि पात्र बच्चों को दाखिला आसानी से मिल सके।
जिले के स्कूलों की मैंपिग कराई जा चुकी है। सत्र 2026-27 में जनपद के चारों ब्लॉक के 1135 स्कूलों में बच्चों को आरटीई में दाखिला मिलेगा। पहली बार आगामी सत्र में पांच चरण में प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
इसके बाद बच्चों का आटोमेटेडपरमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री (अपार) आईडी और अभिभावकों के आधार कार्ड से सत्यापन किया जाएगा। हेल्प डेस्क के कर्मी आवेदन की गलती अभिभावकों को बुलाकर ठीक करवाएंगे। दाखिला देने वाले बच्चे का आधार कार्ड बने होने पर ही फीस की प्रतिपूर्ति की जाएगी।
बेसिक शिक्षा अधिकारी राहुल पंवार ने बताया कि हर चरण में सीटें आवंटित होने और दाखिले की समीक्षा की जाएगी। हर ब्लॉक के हर शिक्षा अधिकारियों को हर एक एक बच्चे के दाखिले की जानकारी भी साझा करनी होगी। सत्र 2026-27 के लिए 85 प्रतिशत से अधिक सीटों पर दाखिला कराने का लक्ष्य रखा गया है।

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