यमुना एक्सप्रेसवे पर नियमों की अनदेखी, हादसों की वजह बन रहे ईंटों से भरे ट्रैक्टर ट्राली; आदेशों का पालन नहीं
यमुना एक्सप्रेसवे पर ओवरलोड ट्रैक्टर-ट्रॉली तेज रफ्तार वाहनों के लिए खतरा बने हुए हैं, जिससे दुर्घटनाएं हो रही हैं। यमुना प्राधिकरण ने ट्रैक्टरों के संचालन पर रोक लगाने के आदेश दिए थे, लेकिन आदेशों का पालन नहीं हो रहा है। रात में बैक लाइट न होने और सर्दियों में कोहरे के कारण खतरा और बढ़ जाता है। शाम पांच बजे से सुबह छह बजे तक ट्रैक्टरों के संचालन पर रोक लगाई गई है, और उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है।

यमुना एक्सप्रेसवे पर निर्माण सामग्री लेकर ओवर लाेड़ दौड़ते ट्रैक्टर ट्राली तेज रफ्तार वाहन चालकों के लिए खतरा बने हुए हैं।
जागरण संवाददाता जेवर। यमुना एक्सप्रेसवे पर मथुरा से परी चौक तक निर्माण सामग्री लेकर ओवर लाेड़ दौड़ते ट्रैक्टर ट्राली तेज रफ्तार वाहन चालकों के लिए खतरा बने हुए हैं। आए दिन कोई न कोई तेज रफ्तार वाहन इन ट्रैक्टर ट्राली की चपेट में आने से हादसों का शिकार हो रहे हैं। बढ़ते हादसों को देखते यमुना प्राधिकरण ने एक्सप्रेसवे पर ट्रैक्टरों के संचालन को प्रतिबंधित करने के आदेश दिए थे। हालांकि, आदेश फाइलों में दबकर रहे गए।
ग्रेटर नोएडा से आगरा तक 165 किलोमीटर लंबे यमुना एक्सप्रेसवे पर तेज रफ्तार और आरामदायक सफर की वजह से लोग भारी भरकम टोल वहन कर यात्रा करते हैं। ग्रेटर नोएडा से मथुरा तक का सफर करने वाले कार चालक को 140 रूपए का टोल देना पड़ता वहीं ट्रैक्टर चालक मात्र 70 रूपए का टोल देकर नियमों को ताक पर रख निर्माण सामग्री लेकर दौड़ते हैं। रात के समय ट्रैक्टरों में बैक लाइट न होने के चलते तेज रफ्तार वाहनों को दूर से ट्रैक्टर ट्राली ठीक से दिखाई नहीं देते जिसकी वजह से हादसे होते हैं।
सर्दियों में यमुना एक्सप्रेसवे पर धुंध और कोहरे के चलते दृश्यता कम होना शुरू हो जाती है। ऐसे में धीमी रफ्तार इन ट्रैक्टर ट्राली में पीछे लाइट और रिफ्लेक्टर ने होने से हादसों के बढ़ने की संभावनाएं और बढ़ जाती हैं। एक्सप्रेसवे पर लगातार बढ़ते हादसों का संज्ञान लेते हुए यमुना प्राधिकरण ने ट्रैक्टरों के संचालन पर पूर्ण प्रतिबंध के आदेश दिए थे लेकिन उन आदेशों पर एक साल बाद भी अमल होता नहीं दिख रहा है।
प्रतिबंध के बाद भी नहीं रूक रहा संचालन
यमुना एक्सप्रेसवे का शुभरंभ 2012 में हुआ था रात के वक्त ट्रैक्टर ट्राली से होने वाले हादसों को देखते हुए शाम पांच से सुबह छह बजे अंधेरे में एक्सप्रेसवे पर ट्रैक्टर ट्राली के संचालन पर रोक लगाई गई थी। जिससे रात के समय एक्सप्रेसवे पर अन्य वाहन चालाकों को किसी तरह की समस्याओं का सामना न करने पड़े।
प्रतिबंधित समय में ट्रैक्टरों की एंट्री नहीं होने दी जाती कुछ चोरी छुपे निकल जाते है जिनके खिलाफ कार्रवाई की जाती है। कोहरे और धुंध के बढ़ने पर ट्रैक्टरों के संचालन को रोका जाएगा। - प्रभारी यातायात निरीक्षक राजेंद्र दीक्षित
एक्सप्रेसवे यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए ईंटो के ओवर लोड ट्रैक्टरों के लापरवाही से चलाने की वजह से शाम पांच से सुबह छह बजे तक आवागमन पर रोक है। आने वाले महीना में धुंध और कोहरे का प्रकोप रहेगा जिसके कारण ट्रैक्टरों से एक्सीडेंट होने की ज्यादा संभावना हैं। जिसकी वजह से इन्हे रोकने के प्रयास लगातार किए जा रहे हैं रात में आवागमन रोकने से दुर्घटनाओं में कमी आई है। हमारी कोशिश यही है कि यात्रियों की जान माल का नुकसान ना हो और सुरक्षित सफर कर अपने स्थान पर पहुंचे। - जेके शर्मा वरिष्ठ प्रबंधक जेपी इन्फ्राटेक
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