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    Pilibhit News: टनकपुर हाईवे के किनारे बसाई जा रही कॉलोनी का विवाद गरमाया, मंदिर का रास्ता बंद करने के विरोध में हाईवे जाम

    Updated: Mon, 07 Jul 2025 02:02 PM (IST)

    पीलीभीत में ए टू जेड डायमंड कॉलोनी फिर विवादों में है। इस बार मामला बाबा नागेश्वरधाम मंदिर का रास्ता बंद करने का है। हिंदू जागरण मंच ने ग्रामीणों के साथ हाईवे जाम कर दिया जिससे दो घंटे तक हंगामा हुआ। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि कॉलोनी स्वामी ने मंदिर का मुख्य मार्ग ट्रांसफार्मर रखकर बंद कर दिया है जिससे श्रद्धालुओं को परेशानी हो रही है।

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    मंदिर का रास्ता बंद करने के विरोध में हाईवे जाम करते लोग। जागरण

    जागरण संवाददाता, पीलीभीत: शहर में टनकपुर हाईवे किनारे विकसित की जा रही एटू जेड डायमंड कालोनी एक बार फिर विवादों में घिर गई है।

    अब नया मामला प्राचीन बाबा नागेश्वरधाम धाम मंदिर का रास्ता बंद करने का सामने आया है। इस मामले को लेकर हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने ग्रामीणों के साथ हाईवे जाम कर दिया।

    इसके चलते वहां लगभग दो घंटे तक हंगामा होता रहा। बाद में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर किसी तरह प्रदर्शनकारियों को शांत किया।

    प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि कालोनी विकसित कर रहे एटू जेड इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड के स्वामी ने प्राचीन बाबा नागेश्वरधाम मंदिर के मुख्य मार्ग को ट्रांसफार्मर रखकर बंद कर दिया है।

    जिस कारण मंदिर में पूजा अर्चना करने के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि एक सोची समझी साजिश के तहत मंदिर को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जा रही है।

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    इस मामले में कई बार प्रशासन से शिकायत भी की गई, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया है। सोमवार को पूर्वान्ह लगभग साढ़े ग्यारह बजे हिंदू जागरण मंच के जिलाध्यक्ष यशवंत सिंह के नेतृत्व में कार्यकर्ता कालोनी के मुख्य द्वार के सामने हाईवे पर एकत्रित होना शुरू हुए।

    इस बीच गांव दियूनी केसरपुर के तमाम ग्रामीण भी वहां पहुंच गए। जिसके बाद नारेबाजी करते हुए हाईवे जाम कर दिया गया। इस दौरान दोपहिया वाहनों को भी नहीं निकलने दिया।

    मामले की सूचना मिलने पर नगर मजिस्ट्रेट विजय वर्धन तोमर, एसडीएम सदर श्रद्धा सिंह तथा सीओ सिटी दीपक चतुर्वेदी फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को शांत करने का प्रयास किया। लेकिन वे लोग मंदिर का मुख्य मार्ग तत्काल खोलने की मांग पर अड़े रहे।

    उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस और प्रशासन कालोनाइजर को ही संरक्षण देन में लगा है। इधर, हाईवे जाम होने के कारण मार्ग पर दोनों तरफ वाहनों की लंबी लंबी कतारे लग गईं। अधिकारियों ने मंदिर मार्ग से ट्रांसफार्मर हटवाने का आश्वासन देकर जाम खुलवा दिया।

    पहले मजार का प्रकरण रहा सुर्खियों में

    उक्त कालोनी के बीच स्थित मजार का मामला सुर्खियों में रहा था। उक्त मजार को रातोंरात चारों तरफ से कवर कर उसे स्टोर का रूप देने का प्रयास किया गया था। मामले की भनक पाकर विश्व हिंदू परिषद के संगठन मंत्री प्रिंस गौड़ के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने वहां हंगामा किया था।

    साथ ही मामले की शिकायत जिलाधिकारी से लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय तक की गई। इस बीच कालोनाइजर ने उक्त मजार को दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया था। जिलाधिकारी की ओर से मामले की जांच अपर जिलाधिकारी न्यायिक को सौंपी गई थी।

    वहीं शासन के निर्देश पर मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल ने उक्त प्रकरण की जाच अपर आयुक्त प्रशासन प्रीति जायसवाल को सौंप दी। जिसके तहत अपर आयुक्त ने विगत तीन जून को निवर्तमान एसडीएम सदर आशुतोष गुप्ता को संबंधित दस्तावेजों के साथ तलब किया था। हालांकि अभी तक जांच रिपोर्ट के आधार पर कोई एक्शन नहीं हुआ है।

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