नए साल पर करना है 'टाइगर दीदार'? पीटीआर में 90 गाड़ियां तैयार, जानें क्या है इस बार का बजट
पीलीभीत टाइगर रिजर्व में नए साल पर बाघों के दीदार के लिए पर्यटकों की भीड़ बढ़ रही है। 90 जंगल सफारी गाड़ियां संचालित हैं, जिनमें जीप और जीनोम वाहन शाम ...और पढ़ें

पीटीआर में घूमने के लिए आए पर्यटक
जागरण संवाददाता, पीलीभीत। पीलीभीत टाइगर रिजर्व (पीटीआर) में बाघों के नजर आने की वजह से यहां पर पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पीटीआर में 90 जंगल सफारी गाड़ियां संचालित की जा रही हैं, जिसमें 85 वाहन बाहर के हैं और पांच गाड़ियां वन निगम की हैं। ये वाहन जंगल सफारी करा रहे हैं।
अगर आप भी नये वर्ष में जंगल की सैर करना चाहते हैं तो आप मुस्तफाबाद और बराही गेट से सफारी बुक करके जंगल घूम सकते हैं।पीलीभीत टाइगर रिजर्व में जीनोन और जिप्सी वाहनों जंगल सफारी के रूप में संचालित किया जाता है। इसमें अगर आप जंगल सफारी करने जा रहे हैं तो दोनों वाहनों के रेटों के बारे में जान लें, जिससे वहां पर आपको परेशानी नहीं होगी।
इसमें जीनाेन वाहन से जंगल सफारी के लिए 4100 रुपये देना पड़ता है, जबकि 100 रुपये प्रति पर्यटक अतिरिक्त देना पड़ता है, जिसमें आठ लोग बैठते हैं। इसमें गाड़ी का 3000 रुपये, गाइड का 500 रुपये, रोड फीस 300 रुपये, ईडीसी 200 रुपये और पार्किंग शुल्क 100 रुपये शामिल होते हैं।
वहीं, 3100 रुपये जिप्सी शुल्क देना होता है और 100 रुपये प्रति पर्यटक अतिरिक्त देने होते हैं। इसमें गाड़ी के 2000 रुपये, गाइड के 500 रुपये, रोड फीस 300 रुपये, ईडीसी के 200, पार्किंग 100 रुपये शामिल होते हैं।
वहीं, अगर कोई विदेशी पीटीआर में जाता है तो उसको 800 रुपये प्रति व्यक्ति जमा करना होता है। इसके अलावा भारतीय व्यक्ति को कैमरा ले जाने के लिए 200 रुपये शुल्क देना होता है, जबकि विदेशी व्यक्ति को कैमरा ले जाने के लिए दो हजार रुपये शुल्क देना होता है।
सरकारी हट बुक, आसपास के रिजार्ट भी पर्यटकों से गुलजार
पीलीभीत टाइगर रिजर्व की सभी हट दो जनवरी तक के लिए बुक हो गईं। इसमें पांच हट चूका बीच और चार हट सप्त सरोवर में हैं। रेस्ट हाउस और गेस्ट हाउस भी भरे। आसपास के होटल रिजर्ट व होम स्टे पर्यटकों से गुलजार हो गए।
पीटीआर में 90 गाड़ियां पंजीकृत हैं, जिसमें 85 बाहर की हैं और पांच गाड़ियां वन निगम की संचालित हाेती हैं। सुबह में एक ट्रिप में 48 और शाम को दूसरी ट्रिप में 48 जंगल सफारी वाहनों को संचालित किया जाता है।
- मनीष सिंह, डीएफओ पीलीभीत टाइगर रिजर्व
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