Pilibhit Encounter Update: पंजाब में हमला कर दिल्ली-बरेली होकर पीलीभीत पहुंचे थे आतंकी, अब इन बिंदुओं पर हो रही जांच
पंजाब में पुलिस चौकी पर हमला करने के बाद खालिस्तानी आतंकी गुरविंदर वीरेंद्र और जसनप्रीत ने अमृतसर दिल्ली और बरेली होते हुए पीलीभीत में शरण ली थी। पुल ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, पीलीभीत। 18 दिसंबर को पंजाब में पुलिस चौकी पर हमला करने के बाद खालिस्तानी आतंकी गुरविंदर, वीरेंद्र व जसनप्रीत अमृतसर गया। वहां से दिल्ली और फिर बरेली पहुंचकर दो घंटे रुका था। इसके बाद सभी 20 दिसंबर को पूरनपुर पहुंचे थे।
पुलिस टीमों को गुरविंदर की काल डिटेल से इसके प्रमाण मिले हैं। इसके अलावा, तीनों आतंकियों और इन्हें मारने वाली टीम के सभी 15 असलहा एसएफएल लैब, लखनऊ भेजने की तैयारी कर ली गई। रविवार को सभी असलहा विवेचक ने जमा करा लिए।
तीनों आतंकी पूरनपुर में होटल हरजी में छिपे थे। 23 दिसंबर की सुबह को भागते समय पुलिस ने तीनों का एनकाउंटर कर दिया था। टीम में पीलीभीत के 10 एवं पंजाब पुलिस के तीन पुलिसकर्मी शामिल थे। अधिकारियों के अनुसार, तीनों आतंकियों से दो एके-47 व ग्लाक पिस्टल बरामद हुई थी।
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मुठभेड़ के दौरान पंजाब के पुलिसकर्मियों ने दो एके-47 और अन्य ने पिस्टल आदि 11 असलहों से जवाबी फायरिंग की थी। इन सभी का परीक्षण कराया जाना है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पंजाब में पुलिस चौकी पर हमले के बाद जसनप्रीत व वीरेंद्र सिंह ने अपने मोबाइल फोन आफ कर लिए थे, जबकि गुरविंदर को फोन आन रहा।

खालिस्तान समर्थक आतंकी पीलीभीत में मुठभेड़ में मारे गए थे। फाइल फोटो।
इसकी काल डिटेल एवं लोकेशन के माध्यम से पुलिस को कई सुराग मिले हैं। तीनों आतंकी बरेली में दो घंटे रुकने के दौरान किसके संपर्क में थे, इसकी जानकारी भी जुटाई जा रही है। एनकाउंटर के बाद पूरनपुर क्षेत्र में बब्बर खालसा इंटरनेशनल का नेटवर्क होने की पुष्टि भी हुई।
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इसे ध्यान में रखते हुए एनआइए की टीम पांच दिनों से क्षेत्र में सक्रिय है। खालिस्तानी आतंकियों के नेटवर्क में कौन लोग हैं, उनकी गतिविधियां क्या हैं, ऐसे कई बिंदुओं पर जांच हो रही। पूरनपुर से नेपाल बार्डर भी सटा हुआ है, इसलिए एनआइए ने वहां भी पहुंचकर स्थिति देखी।
दो आतंकी संगठनों का गठजोड़ बीते 23 दिसंबर को तड़के पूरनपुर क्षेत्र में एनकाउंटर में मारे गए आतंकी गुरविंदर सिंह, वीरेंद्र सिंह उर्फ रवि तथा जसनप्रीत उर्फ प्रताप सिंह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ द्वारा संचालित खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स आतंकी संगठन से जुड़े हुए थे। आइएसआइ के इशारे पर ही तीनों आतंकियों ने पंजाब के गुरदासपुर जिले में थाना चौकियों पर ग्रेनेड से हमला किया था।

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