Prayagraj News : एसआरएन अस्पताल में दुर्लभ आपरेशन, 68 वर्षीय मरीज के गुर्दे से निकलीं 71 पथरियां, मिली नई जिंदगी
प्रयागराज के एसआरएन अस्पताल में डाक्टरों ने 68 वर्षीय हनीफ खान के गुर्दे से 71 पथरियां निकालीं। वह लंबे समय से दर्द और पेशाब की समस्या से परेशान थे। जांच में पता चला कि उनकी दोनों किडनी में पथरी है। डाक्टरों ने आपरेशन किया और अब मरीज की हालत स्थिर है। डाक्टरों ने कहा कि इतनी पथरियां मिलना दुर्लभ है।

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। गुर्दे (किडनी) में पथरी हो जाए तो कभी-कभी दर्द असहनीय होता है। कई बार पथरी टुकड़ों में बंट जाती है तो संक्रमण बढ़ने से समस्या जानलेवा हो जाती है। बांदा में रहने वाले 68 वर्षीय हनीफ खान के दोनों गुर्दे में 71 पथरी हो गई थी, आपरेशन में पथरियों के ढेर निकले तो स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय के डाक्टरों की टीम भी इसे देखकर चौंक गई।
फिलहाल मरीज की हालत स्थिर कर ली गई है। दो सप्ताह बाद मरीज की चिकित्सक एक और जांच कराएंगे, जिससे यह पता चल सकेगा कि यूरिन में किस धातु के अधिक जाने के कारण किडनी में पथरी बनने लगी थी।
मोतीलाल नेहरू मेडिकल कालेज के यूरोलााजी विभागाध्यक्ष डा. दिलीप चौरसिया ने बताया कि लंबे समय से तेज दर्द और पेशाब की समस्या झेल रहे मरीज की जांच में पता चला कि दोनों किडनी में ढेर सारी पथरी जमी हुई है। यह केस काफी चुनौतीपूर्ण था। अगर समय पर इलाज न होता तो किडनी खराब हो सकती थी।
उन्होंने बताया कि आपरेशन जटिल था। डा. शिरीष मिश्रा, डा. दीपक गुप्ता और डा. आदर्श के साथ मिलकर आपरेशन किया। दोनों किडनी से 71 पथरी निकली जो कि चिकित्सा जगत में दुर्लभ मामला है। डा. दिलीप चौरसिया ने अन्य लोगों से कहा कि पेशाब में किसी तरह की दिक्कत, दर्द या बार-बार होने वाले संक्रमण को नजरअंदाज न करें।
मरीज के परिवार के लोगों ने कहा कि हनीफ खान को इस आपरेशन के बाद एक नई जिंदगी मिली है। तेज दर्द उठता था तो इलाज के लिए जगह-जगह जाना पड़ता था। दर्द निवारक दवा देकर ही डाक्टर लौटा देते थे। स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में डाक्टरों ने किडनी में पथरी का पता लगाकर आपरेशन किया, इससे काफी राहत मिली है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।