प्रयागराज नगर निगम में 1.44 करोड़ की हेराफेरी, कंप्यूटर आपरेटरों ने गृहकर वसूले पर कोष में नहीं जमा किए रुपये, FIR दर्ज
प्रयागराज नगर निगम के जोन तीन और सात में तैनात कंप्यूटर आपरेटरों ने भवन स्वामियों से गृहकर के 1.44 करोड़ रुपये वसूले लेकिन निगम के कोष में जमा नहीं किए। इस मामले में कर्नलगंज थाने में एफआइआर दर्ज है लेकिन वसूली की कोई ठोस योजना नहीं बनी है। अधिकारियों की उदासीनता के कारण मामले को दबाने की आशंका जताई जा रही है।

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। भवन स्वामियों से गृहकर जमा कराकर नगर निगम के कोष में धनराशि न जमा करने वाले भ्रष्ट कंप्यूटर आपरेटरों पर एफआइआर दर्ज कराकर निगम के अधिकारी मानो मामले को भूल ही गए हैं। आपरेटरों के खिलाफ कर्नलगंज थाने में एफआइआर तो पांच दिन पहले दर्ज करा दी गई। लेकिन 1.44 करोड़ रुपये की वसूली कैसे की जाएगी उसकी कोई योजना ही नहीं बनाई गई है।
अधिकारियों की ओर से की जा रही उदासीनता के चलते चर्चा होने लगी है कि उच्च अधिकारी अब मामले को दबाने में जुट गए हैं। 1.44 करोड़ रुपये की वसूली निगम कैसे करेगा। इस पर निगम के अधिकारी का कहना है, निगम की ओर से एफआइआर दर्ज करा दी गई है, रिकवरी करना अब पुलिस की जिम्मेदारी है।
नगर निगम की ओर से आपरेटर आकाश श्रीवास्तव और सत्यम शुक्ला पर कर्नलगंज थाने में 10 मई को एफआइआर दर्ज कराई गई थी। एफआइआर दर्ज होने के बाद आरोपितों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
जोन तीन और जोन सात में कार्यरत दोेनों आपरेटरों ने 475 भवन संपत्तियों की रसीद तो काटी लेकिन मिलने वाली धनराशि को निगम के खाते में जमा ही नहीं किया। जोन तीन कटरा में तैनात आकाश श्रीवास्तव ने फर्जी तरीके से 88 रसीद काटी इन रसीदों से 18,08,661 रुपये निगम को राजस्व मिलना था। लेकिन यह धनराशि निगम के कोष में जमा नहीं किया।
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इसी तरह से जोन सात में तैनात सत्यम शुक्ला ने 387 रसीदें काटी गई जिनका कुल गृहकर धनराशि 1,26,05,368 वसूला लेकिन दोनों ने वसूली गई धनराशि को निगम के कोष में जमा ही नहीं किया। नगर आयुक्त साई तेजा का कहना है कि भ्रष्टाचार करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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