Allahabad University: रैगिंग के आरोप में इविवि के 16 छात्र निलंबित, छात्रावास से निष्कासित करने का आदेश
इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने रैगिंग के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए एसएसएल छात्रावास के 16 छात्रों को निलंबित कर दिया है। एंटी रैगिंग स्क्वाड के निरीक्षण में रैगिंग की पुष्टि होने पर यह कदम उठाया गया। छात्रों को छात्रावास से निष्कासित कर दिया गया है और कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इससे पहले भी पीसीबी छात्रावास के 18 छात्र रैगिंग के आरोप में निलंबित किए गए थे। विश्वविद्यालय प्रशासन ने रैगिंग के प्रति शून्य सहिष्णुता की नीति अपनाई है।

रैगिंग के आरोप में इविवि के 16 छात्र निलंबित।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने रैगिंग को लेकर कड़ी कार्रवाई करते हुए 16 छात्रों को निलंबित कर दिया है। एसएसएल (सर सुंदर लाल) छात्रावास में रैगिंग की शिकायत पर एंटी रैगिंग स्क्वाड ने निरीक्षण किया। इसमें रैगिंग की पुष्टि हुई। जांच समिति की संस्तुति के बाद कुलानुशासक प्रो. राकेश सिंह ने छात्रों को निलंबित करके छात्रावास से निष्कासित करने का आदेश जारी किया। एंटी रैगिंग स्क्वाड ने नौ अक्टूबर को छापेमारी की थी।
चार सदस्यीय जांच समिति ने मंगलवार को रिपोर्ट दी। निलंबित छात्रों को कारण बताओ नोटिस जारी करके 30 अक्टूबर की दोपहर तीन से चार बजे के बीच पक्ष रखने के लिए बुलाया है। छात्रों को पिता अथवा किसी अभिभावक के साथ कुलानुशासक कार्यालय में उपस्थित होकर लिखित पक्ष रखने का निर्देश दिया गया है। इसके पहले पीसीबी छात्रावास के रैगिंग के आरोप में 18 छात्रों को निलंबित किया गया था।
एसएसएल छात्रावास में रैगिंग प्रकरण में निलंबित छात्रों में बिहार के औरंगाबाद रोहित राज, कैमूर के अंशुमान तिवारी, पटना के अनुराग कुमार, राजस्थान के सवाई माधोपुर के सोनू मीणा, कोटा के दिव्यांशु मौर्य शामिल हैं।
इनके अलावा उत्तर प्रदेश के कौशांबी के यादवेंद्र प्रताप सिंह, फतेहपुर के प्रवीण कुमार, देवरिया के नीतीश कुमा, चंदौली के निखिल सिंह यादव, मीरजापुर के राहुल गुप्ता, आंबेडकर नगर के पीयूष शुक्ला, बस्ती के विकास कुमार, मऊ के शिवम दीक्षित व समर प्रताप सिंह, जौनपुर के वीर अर्जुन प्रताप सिंह और आर्यन साहू शामिल हैं। सभी बीए, बीएससी और बीकाम के छात्र हैं।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने चेतावनी दी है कि भविष्य में रैगिंग जैसी घटनाओं में लिप्त छात्रों के विरुद्ध एंटी रैगिंग एक्ट और विश्वविद्यालय की अनुशासन संहिता के तहत कठोर कार्रवाई की जाएगी। इसमें स्थायी निष्कासन और कानूनी प्रक्रिया भी शामिल हो सकती है। रैगिंग का प्रकरण तब सामने आया जब पीड़ित छात्रों ने एंटी रैगिंग पोर्टल पर शिकायत की।
रैगिंग के प्रति विश्वविद्यालय शून्य सहिष्णुता नीति के तहत कार्रवाई करेगा। 16 छात्रों को निलंबित कर दिया गया है। इससे पहले पीसीबी छात्रावास के 18 छात्रों को निलंबित किया जा चुका है। अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। -प्रो. राकेश सिंह, चीफ प्रॉक्टर-इवि।
पिता की गुहार पर फिलहाल टली वैभव पर कार्रवाई
एसएसएल छात्रावास में रैगिंग प्रकरण में लिप्त पाए जाने की रिपोर्ट के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने पिता की गुहार पर छात्र वैभव कुमार पर तत्काल कार्रवाई को टाल दिया है। वैभव के पिता ने विश्वविद्यालय पहुंचकर कुलानुशासक से मुलाकात करके मामले में हस्तक्षेप की गुहार लगाई। पिता की मौजूदगी में हुई वार्ता के बाद विश्वविद्यालय ने जांच समिति की अंतिम रिपोर्ट आने तक अनुशासनात्मक कार्रवाई स्थगित रखने का निर्णय लिया है।
कुलानुशासक प्रो. राकेश सिंह ने नोटिस जारी कर 30 अक्टूबर को तलब किया है। नोटिस के अनुसार कानपुर निवासी एमए राजनीति विज्ञान प्रथम वर्ष के छात्र वैभव कुमार एसएसएल छात्रावास का पूर्व अंतेवासी है। स्नातकोत्तर स्तर पर मेरिट में पुनः प्रवेश के लिए अर्ह नहीं होने पर भी छात्रावास में आवंटित कक्ष संख्या 45 खाली नहीं किया।
इस बीच 10 अक्टूबर को कक्ष आवंटन को लेकर छात्रावास में छात्रावास अधीक्षक से विवाद हुआ। अधीक्षक ने कुलानुशासक तथा थाना कर्नलगंज में शिकायत दर्ज कराई तो वैभव ने भी अधीक्षक के खिलाफ जातीय भेदभाव का आरोप लगाते हुए पुलिस और विश्वविद्यालय को शिकायत दी है। जांच के दौरान अनुशासनहीनता से संबंधित पूर्व शिकायतें मिली।
इसमें तीन सितंबर को छात्रावास का माहौल बिगाड़ने, 30 सितंबर को चैनल गेट तोड़ने और आठ अक्टूबर को नवप्रवेशी छात्रों द्वारा एंटी रैगिंग पोर्टल पर की गई शिकायतों में संलिप्तता मिली। साथ ही 10 अक्टूबर मुख्य द्वार बाधित करने और इंटरनेट मीडिया पर विश्वविद्यालय के विरुद्ध भ्रामक प्रचार का हवाला नोटिस में दिया गया है।
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