प्रयागराज के आंगनबाड़ी केंद्र बनेंगे 'मिनी क्लीनिक', गर्भवती महिलाओं और बच्चों को मिलेगी बेहतर स्वास्थ्य सेवा
प्रयागराज में आंगनबाड़ी केंद्र अब मिनी क्लीनिक के रूप में काम करेंगे। गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए स्वास्थ्य जांच और पोषण सहायता उपलब्ध होगी। केंद्रों पर एएनसी टेबल वजन मशीन बीपी मशीन और अन्य उपकरण दिए जाएंगे। जिले के 2100 आंगनबाड़ी केंद्रों में यह सुविधा मिलेगी। आशा वर्कर आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के साथ महिलाओं की जांच करेंगी और रिपोर्ट चिकित्सकों को देंगी।

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। आंगनबाड़ी केंद्रों को अब और भी बेहतर करने की कवायद सरकार की ओर से शुरू कर दी गई है। गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों के लिए ये केंद्र जल्द ही एक तरह से मिनी क्लीनिक के तौर पर भी काम करेंगे। केंद्रों पर एएनसी (एंटिनेटल केयर) टेबल दिए जाएंगे। इससे गर्भवती महिलाओं के लिए उचित पोषण, स्वास्थ्य जांच और सहायता मिलेगी। यह सब व्यवस्था प्रयागराज के आंगनबाड़ी केंद्रों में होगी।
आंगनबाड़ी केंद्रों को मिलेंगे स्वास्थ्य संबंधी उपकरण
इसके अलावा वयस्क वजन मशीन, डिजिटल बीपी मशीन, इन्फैंटोमीटर, स्टेडियो मीटर, थर्मोमीटर, हीमोग्लोबिन मीटर, ग्लूकोमीटर, ड्रेसिंग ट्राली, डस्टबिन, टेबल, कुर्सी, फेटल मानीटर, थ्री फोल्ड स्क्रीन, डबल फुट स्टेप, न्यूबार्न थर्मामीटर भी दिए जाएंगे।
यह भी पढ़ें- प्रयागराज के स्कूलों में 'हमारा विद्यालय हमारा स्वाभिमान' अभियान कल से, शिक्षकों के लिए संकल्प कार्यक्रम
पहले 21,00 आंगनबाड़ी केेंद्रों में मिलेगी ये सुविधाएं
अभी जिले के 2,100 आंगनबाड़ी केंद्रों में यह सुविधा दी जाएगी। इससे गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य की जांच हो सकेगी और प्रसव पूर्व उनकी देखभाल की जा सकेगी। बच्चों का भी इन केंद्रों पर केयर किया जा सकेगा।
महिलाओं की जांच कर सीएचसी के डाक्टरों को देंगी रिपोर्ट
आशा कार्यकर्ता भी यहां आएंगी, जो आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के साथ महिलाओं की इन मशीनों से जांच करेंगी और इसकी रिपोर्ट सीएचसी में तैनात चिकित्सकों को दी जाएगी। इसके लिए डीएम ने सीडीओ की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया है, जिसके माध्यम से सभी उपकरणों का वितरण किया जाएगा।
CDO ने बताई क्या मिलेगी सुविधा
मुख्य विकास अधिकारी (CDO) हर्षिका सिंह ने बताया कि एएनसी किट व फर्नीचर का वितरण पहली बार आंगनबाड़ी केंद्रों में किया जाएगा। आंगनबाड़ी केंद्रों में अब महिलाओं की गोद भराई तथा बच्चों का अन्नप्राशन के साथ छोटे बच्चों की शिक्षा, पोषण और स्वास्थ्य की जानकारी के अलावा प्रसव पूर्व की पूरी तरह से गर्भवती महिलाओं की देखभाल की जाएगी।
यह भी पढ़ें- नौ सितंबर से बंद होगा फाफामऊ पुल, लखनऊ-अयोध्या से प्रयागराज आने वाले जान लें 15 दिनों तक किधर से शहर में पहुंचें
CDO ने बताया कि जिले में लगभग साढ़े चार हजार आंगनबाड़ी केंद्र हैं, जिनमें प्रथम चरण के तहत 2100 आंगनबाड़ी केंद्रों में शीघ्र ही यह सुविधा प्रदान की जाएगी। इससे गर्भवती महिलाओं के साथ ही बच्चों के स्वास्थ्य की जांच की जा सकेगी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।