40 दिन बाद भी अतीक के गुर्गे का साथी चल रहा फरार, पुलिस कमिश्नर के कहने पर भी नहीं घोषित हुआ इनाम
प्रयागराज में माफिया अतीक के गुर्गे जेपी दुबे के साथी जितेंद्र मिश्रा की गिरफ्तारी 40 दिनों से नहीं हो पाई है, जबकि उस पर जानलेवा हमले का आरोप है। पुलिस कमिश्नर के आदेश के बावजूद एयरपोर्ट पुलिस ने उस पर इनाम घोषित नहीं किया है और न ही वारंट जारी किया है। पुलिस अन्य आरोपितों की तलाश कर रही है, लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है।

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। माफिया अतीक के गढ़ माने जाने वाले मरियाहीड गांव निवासी युवकों ने मुंडेरा में दिनदहाड़े अनुसूचित जाति के संविदाकर्मी रावेंद्र की नृशंस हत्या कर दी। हत्याकांड में वांछित अभियुक्तों पर घटना के तीसरे ही दिन ही 25-25 हजार रुपये इनाम घोषित कर दिया।
मगर 40 दिन से फरार चल रहे माफिया अतीक के गुर्गे जेपी दुबे के साथी जितेंद्र मिश्रा की अब तक गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। चौंकाने वाली बात यह है कि पुलिस कमिश्नर जोगेंद्र कुमार के कहने के बावजूद एयरपोर्ट पुलिस ने वांछित अभियुक्त पर न तो इनाम घोषित करवाया और न ही वारंट बनाया।
इस मुकदमे में भी बार-बार गैंग्सटर लगाने की बात ही दोहराई जा रही है। विवेचना के दौरान पुलिस ने घटना में शामिल कई अन्य आरोपितों का नाम भी प्रकाश में लाया लेकिन कोई पकड़ में नहीं आया। गिरफ्तार कर जेल भेजे गए जेपी दुबे सहित चार आरोपितों की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त असलहा तो दूर लाठी-डंडा भी पुलिस बरामद नहीं की।
इसके लेकर पुलिस पर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। कौशांबी निवासी पूर्व ब्लाक प्रमुख सोनू कुमार पर 14 सितंबर 2025 को जानलेवा हमला किया गया था। पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने अतीक गैंग के सक्रिय सदस्य जेपी दुबे समेत अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया।
इसके बाद चार आरोपितों की गिरफ्तारी की। जबकि नामजद अभियुकत जितेंद्र मिश्रा पिछले 40 दिनों से खुलेआम घूम रहा है। कुछ दिन पहले पीड़ित ने पुलिस कमिश्नर से शिकायत की थी। तब पुलिस कमिश्नर ने थानाध्यक्ष एयरपोर्ट विनय सिंह को वांछित अभियुक्त पर इनाम करवाने और वारंट बनाने के निर्देश दिए थे। मगर उनके निर्देश का कई दिन बाद भी पालन नहीं किया गया।

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