प्रयागराज त्रिवेणी में स्नान करने से पहले ये जरूरी बातें गांठ बांध लें... तभी गंगा की निर्मलता सदैव बनी रहेगी
प्रयागराज में सीएमपी डिग्री कॉलेज के छात्रों ने स्वच्छ गंगा महाअभियान चलाया। छात्रों ने गंगा तट पर सफाई की और लोगों को जागरूक किया। अधिवक्ता विजय द्विवेदी ने गंगा को प्लास्टिक से बचाने की बात कही। छात्रों ने गंगा की अविरलता और निर्मलता के लिए नारे लगाए और श्रमदान किया। डॉ. प्रमोद शर्मा ने कहा कि जल गुणवत्ता प्रबंधन के विद्यार्थी भविष्य के पर्यावरण प्रहरी हैं।

प्रयागराज त्रिवेणी संगम पर श्रमदान करते सीएमपी डिग्री कालेज के छात्र व अन्य।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। गंगा-जमुनी तहजीब के शहर में शिक्षा और सामाजिक जिम्मेदारी का अनूठा संगम देखने को मिला। सीएमपी डिग्री कालेज के जल गुणवत्ता एवं प्रबंधन पाठ्यक्रम के ऊर्जावान छात्रों ने रविवार को 'स्वच्छ गंगा' महाअभियान चलाकर स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक किया।
कालेज के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. प्रमोद शर्मा के नेतृत्व में छात्रों ने गंगा के तट पर पहुंचकर सघन सफाई अभियान चलाया। साथ ही गंगा नदी की पवित्रता और जल गुणवत्ता के संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता भी दोहराई। उनके हाथों में पकड़े जागरूकता बैनर के माध्यम से जन-जागरण अभियान चलाया।
इस अवसर पर गंगा सेवा अभियान से जुडे़ अधिवक्ता विजय द्विवेदी नें कहा कि मां गंगा की पवित्रता को बनाए रखने के लिए हमें प्लास्टिक का कोई भी सामान उसमें नहीं डालना है। गंगा में नहाते समय तेल और सैंपू के पाउच का उपयोग नहीं करना है। एक बनेंगे नेक बनेंगे, हम सुधरेंगे युग सुधरेगा।
अभाविप के विभाग संगठन मंत्री प्रिंस कुमार नें कहा कि हम छोटे छोटे प्रयासों से पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचा सकते हैं,पर्यावरण के संदर्भ में हमें थिंक ग्लोबली एक्ट लोकली के तहत काम करना चाहिए। कोर्स के समन्वयक एवं विद्यार्थी परिषद एसएफडीके महानगर प्रमुख डॉक्टर प्रमोद शर्मा ने कहा कि गंगा की अविरलता एवं निर्मलता का प्रश्न एक दिन के प्रयास से नहीं बल्कि सतत प्रयासों से ही हल निकलेगा।
छात्रों ने राम घाट, संगम क्षेत्र में स्वच्छता अभियान चलाया। इस दौरान रैली निकालकर
गंगा सेवा भारत सेवा, गंगा रक्षा धर्म महान,अविरल गंगा निर्मल गंगा, पालिथीन न तट पर लाओ,पाप करो न मुक्ति पाओ के नारे लगाकर लोगों को जागरूक भी किया गया।
श्रमदान की समाप्ति के बाद, सभी छात्र छात्राओं नें बड़े हनुमान जी और पौराणिक अक्षयवट के दर्शन छात्रों ने किए। असिस्टेंट प्रो. डॉ. प्रमोद शर्मा ने कहा, छात्रों ने आज सिर्फ कचरा नहीं उठाया बल्कि पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी को गले लगाया है। जल गुणवत्ता प्रबंधन के हमारे विद्यार्थी, भविष्य के पर्यावरण प्रहरी हैं।

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