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    प्रयागराज में 10 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ चकबंदी अधिकारी गिरफ्तार, कार्रवाई से मची खलबली

    Updated: Wed, 04 Jun 2025 09:11 PM (IST)

    प्रयागराज में विजिलेंस टीम ने चकबंदीकर्ता हरेंद्र को 10 हजार रुपये घूस लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया। हरेंद्र पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है। आरोप है कि हरेंद्र ने जमीन की पैमाइश के लिए रिश्वत मांगी थी। एसपी विजिलेंस ने भ्रष्टाचार के खिलाफ शिकायत करने की अपील की है। हेल्प लाइन नंबर-9454404859 एवं सतर्कता मुख्यालय का हेल्प लाइन नंबर-9454401866 पर प्राप्त शिकायत पर तत्काल कार्यवाही की जाएगी।

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    10 हजार रुपये घूस लेते रंगेहाथ चकबंदीकर्ता गिरफ्तार

    जागरण संवाददाता, प्रयागराज। सहायक चकबंदी अधिकारी प्रथम (अंतिम अभिलेख) कार्यालय के चकबंदीकर्ता हरेंद्र सिंह को 10 हजार रुपये घूस लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया है। बुधवार शाम विजिलेंस की टीम ने जगराम चौराहे के पास चकबंदीकर्ता को ट्रैप किया। हरेंद्र के खिलाफ विजिलेंस थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा लिखा गया है।

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    गुरुवार को उसे एंटी करप्शन कोर्ट में पेश किया जाएगा। फूलपुर के अगरापट्टी गांव निवासी महेंद्र सिंह प्रधान महालेखाकार कार्यालय में वरिष्ठ लेखापरीक्षक के पद पर कार्यरत हैं। गांव में उनकी जमीन है, जिस पर वह काबिज और दाखिल हैं।

    आरोप है कि उनकी भूमिधरी जमीन पर गांव के ही धमेंद्र कुमार व संजय कुमार कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं। इस संबंध में उन्होंने 26 नवंबर 2024 को उपसंचालक चकबंदी कार्यालय में प्रार्थना पत्र दिया था।

    उस पर नियमानुसार पैमाइश करने के लिए सभी पक्षकारों को नोटिस दिया गया और चकबंदीकर्ता हरेंद्र सिंह व सहायक चकबंदी अधिकारी अशोक कुमार की ओर से पैमाइश आख्या नजरी नक्शा सहित फरवरी 2025 में प्रेषित किया गया।

    विपक्षी धर्मेंद्र कुमार ने एक प्रार्थना पत्र चकबंदी अधिकारी फूलपुर को दिया, जिस पर बिना किसी नोटिस दिए गलत तरीके से चकबंदीकर्ता हरेंद्र सिंह द्वारा आख्या नजरी नक्शा सहित बीते माह प्रेषित किया गया। गलत आख्या के कारण महेंद्र ने फिर से पैमाइश करने के लिए प्रार्थना पत्र बंदोबस्त अधिकारी को दिया।

    कुछ दिनों बाद सहायक चकबंदी अधिकारी ने बताया कि हरेंद्र सिंह को पैमाइश करने के लिए कहा गया है।  मगर चकबंदीकर्ता हरेंद्र सिंह ने कहाकि अगर वह पैमाइश करवाना चाहते हैं तो 10 हजार रुपये देने पड़ेंगे। रिश्वत मिलने पर पैमाइश करके बढ़िया से रिपोर्ट लगा देंगे। बिना पैसे के पैमाइश नहीं होगी।

    तब महेंद्र ने विजिलेंस कार्यालय पहुंचकर शिकायत की। गोपनीय जांच में शिकायत सही पाई गई और फिर बुधवार शाम विजिलेंस टीम ने चकबंदीकर्ता हरेंद्र सिंह को 10 हजार रुपये घूस लेते ट्रैप कर लिया।

    भ्रष्टाचार मांगने पर करें शिकायत

    भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए एसपी सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) प्रयागराज ने आमजन से अपील की है कि यदि सरकारी अधिकारी/कर्मचारी रिश्वत की मांग करता है तो तत्काल उनसे संपर्क करें। हेल्प लाइन नंबर-9454404859 एवं सतर्कता मुख्यालय का हेल्प लाइन नंबर-9454401866 पर प्राप्त शिकायत पर तत्काल कार्यवाही की जाएगी।