Prayagraj News : हिंदी के वरिष्ठ कथाकार अब्दुल बिस्मिल्लाह को मिलेगा निराला स्मृति सम्मान, यह है इनकी साहित्यिक यात्रा
निराला स्मृति सम्मान इस वर्ष हिंदी के वरिष्ठ कथाकार अब्दुल बिस्मिल्लाह को दिया जाएगा। यह सम्मान सूर्यकांत त्रिपाठी निराला की पुण्यतिथि पर 15 अक्टूबर को समारोह में प्रदान किया जाएगा। निर्णायक समिति ने सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया है। अब्दुल बिस्मिल्लाह जिनका जन्म प्रयागराज के बलापुर गांव में हुआ था जामिया मिलिया इस्लामिया में प्रोफेसर रहे हैं और उन्हें कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है।

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। निराला के निमित्त संस्था की ओर से सुविख्यात कवि सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' की पुण्यतिथि पर हर वर्ष निराला स्मृति सम्मान दिया जाता है। इस बार यह सम्मान हिंदी के वरिष्ठ कथाकार अब्दुल बिस्मिल्लाह को दिया जाएगा।
निराला की पुण्यतिथि पर दिया जाएगा सम्मान
निराला की पुण्यतिथि पर 15 अक्टूबर को यह सम्मान प्रयागराज में होने वाले समारोह में अब्दुल बिस्मिल्लाह को निराला स्मृति सम्मान दिया जाएगा। निर्णायक समिति की रविवार हुई वर्चुअल मीटिंग में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया है।
निर्णायक समिति की मीटिंग में सर्वसम्मति से लिया गया निर्णय
निर्णायक समिति के सदस्य भोपाल के राजेश जोशी, रांची के रणेंद्र और चंडीगढ़ के वैभव सिंह निर्णायक समिति की हुई वर्चुअल मीटिंग में शामिल रहे। संस्था के अध्यक्ष विवेक निराला ने बताया कि मीटिंग का संयोजन संस्था की ओर से सूर्य नारायण ने किया।
प्रयागराज में जन्म और देश भर में साहित्यिक यात्रा
अब्दुल बिस्मिल्लाह का जन्म पांच जुलाई 1949 को प्रयागराज के बलापुर गांव में हुआ था। एमए और डीफिल उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से किया। उनके अब तक आठ उपन्यास, पांच कहानी संग्रह, दो कविता संग्रह, एक नाटक, तीन आलोचना पुस्तकें और मिर्जा गालिब की डायरी 'दस्तम्बू' का प्रकाशन हो चुका है।
इन पुरस्कारों से हो चुके हैं सम्मानित
जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली के हिंदी विभाग के प्रोफेसर और विभागाध्यक्ष रहे अब्दुल बिस्मिल्लाह को सोवियत लैंड नेहरू पुरस्कार, दिल्ली हिंदी अकादमी, उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान और मध्य प्रदेश साहित्य परिषद के देव पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।
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