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    प्रयागराज में 48,607 विद्यार्थियों के यूनिफार्म, जूता-मोजा के धन पर संकट, निधि के सत्यापन न होने से समस्या

    Updated: Thu, 24 Jul 2025 04:08 PM (IST)

    प्रयागराज में लगभग 48607 विद्यार्थियों के यूनिफार्म जूता-मोजा के धन का वितरण रुका हुआ है। 32405 विद्यार्थियों का डेटा वेरीफाई नहीं हो पाया है और 20645 विद्यार्थियों के आधार कार्ड नहीं बने हैं जिससे उन्हें 1200 रुपये की धनराशि नहीं मिल पाएगी। बीएसए ने कहा है कि सभी छात्रों को डीबीटी का लाभ दिलाने को प्रयास हो रहे हैं।

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    प्रयागराज में सत्यापन नहीं होने के कारण 48,607 छात्रों के लिए बेसिक शिक्षा निधि में देरी हो रही है।

    जागरण संवाददाता, प्रयागराज। डायरेक्ट बेनीफिट अर्थात डीबीटी के लंबित मामले बेसिक शिक्षा विभाग के लिए सिरदर्द बने हैं। इससे अभिभावकों के खातों में जहां रुपये नहीं पहुंच रहे वहीं विभाग की कार्यप्रणाली पर भी प्रश्न खड़े हो रहे हैं। जनपद में कुल 3,49,660 विद्यार्थी पंजीकृत हैं। इनमें 48607 छात्र-छात्राओं के प्रकरण लंबित हैं।

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    32,405 विद्यार्थियों का डाटा वेरीफाई नहीं हुआ

    शिक्षकों के स्तर पर 32,405 विद्यार्थियों का डाटा वेरीफाई होना शेष हैं। खंड शिक्षाधिकारी के स्तर से जिले भर में 1,858 छात्र-छात्राओं के डाटा लंबित हैं। सिर्फ बच्चों की उम्र को लेकर 9,590 प्रकरण बीईओ के स्तर पर लंबित हैं।

    सबसे अधिक नगर क्षेत्र के बीईओ के पास होना है सत्यापन

    सबसे अधिक नगर क्षेत्र के बीईओ के पास 2,214 मामलों का सत्यापन होना है। दूसरे स्थान पर 1,082 संख्या के साथ कोरांव, 656 मामले मेजा में, 603 प्रकरण जसरा में, 590 छात्र-छात्राओं के मामले हंडिया में लंबित हैं। सबसे कम होलागढ़ में 23 मामले हैं। इसी तरह डुप्लीकेट छात्रों के 99 प्रकरण मेजा में, नगर क्षेत्र में 83, मांडा में 77, बहरिया में 67 प्रकरण लंबित हैं।

    20,645 विद्यार्थियों के आधार कार्ड नहीं बने

    जिले में 20,645 विद्यार्थियों के आधार कार्ड नहीं बने हैं। इन्हें भी यूनिफार्म, जूता मोजा और बस्ता के मद में आने वाला 1,200 रुपये नहीं मिल पाएगा। 2,725 विद्यार्थियों का आधार कार्ड बना है लेकिन उनका वेरीफिकेशन नहीं हुआ है। उनके अभिभावकों के खाते में भी रुपये नहीं जाएंगे। 1,067 विद्यार्थियों के माता-पिता का आधार कार्ड सत्यापित नहीं हुआ है। ऐसे में उनके खाते में भी डीबीटी का धन जाना संभव नहीं है।

    क्या कहते हैं बीएसए

    बीएसए देवव्रत सिंह के अनुसार सभी विकास खंडों में पेडेंसी को समाप्त कराने के लिए दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। जिन बच्चों के आधार कार्ड नहीं बने हैं, उन्हें बनवाने के लिए भी प्रयास हो रहे हैं। सभी छात्र-छात्राओं को डीबीटी का लाभ मिले इसके लिए पूरा प्रयास होगा।

    कहां, कितने विद्यार्थियों के पास आधार कार्ड नहीं

    नगर क्षेत्र के बेसिक स्कूलों में पढ़ने वाले 884 बच्चों के पास आधार कार्ड नहीं है। कौड़िहार द्वितीय में 981, कौधियारा में 1,275, प्रतापपुर में 1,752, चाका में 1,806 छात्र-छात्राओं के आधार कार्ड नहीं बने हैं। मेजा में 1,065, उरुवा में 722, जसरा में 1,012, बहादुरपुर में 1,340, बहरिया में 1,303, कोरांव में 1,074, हंडिया में 555, करछना में 1,190 विद्यार्थियों का आधार कार्ड बनना शेष है। मऊआइमा में 480, फूलपुर में 1,041, होलागढ़ में 452, शंकरगढ़ में 1,041, सैदाबाद में 710, कौड़िहार प्रथम में 593, सोरांव में 486, धनूपुर में 564, मांडा में 281 विद्यार्थियों के पास आधार कार्ड नहीं है।