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    प्रयागराज के दारागंज, मालवीय नगर व लोकनाथ मुहल्ले बनेंगे हेरिटेज स्थल, यहां के 300 वर्ष पुराने भवन पर्यटकों को आकर्षित करेंगे

    Updated: Tue, 16 Sep 2025 04:37 PM (IST)

    प्रयागराज के पुराने मुहल्ले दारागंज लोकनाथ और मालवीय नगर को हेरिटेज के रूप में विकसित किया जाएगा। नगर निगम ने इसके लिए 15 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया है। यहां पुरानी इमारतों को संवारा जाएगा स्वतंत्रता सेनानियों की मूर्तियां लगाई जाएंगी और वाईफाई जैसी सुविधाएं दी जाएंगी। इन क्षेत्रों को पर्यटन के लिए भी विकसित किया जाएगा।

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    प्रयगाराज में पुराने शहर के क्षेत्रों के लिए प्रयागराज विरासत विकास योजना का खाका नगर निगम ने तैयार किया है।

    वीरेंद्र द्विवेदी, प्रयागराज। यूं तो गंगा, यमुना और पावन संगम की धरती पर विश्व स्तर का कुंभ मेला लगता है। यहां करोड़ों लोग आते हैं, संगम स्नान कर यहां की आभा से प्रभावित होते हैं। हालांकि इसी आकर्षण को वर्ष भर बनाने की भी कवायद शुरू हो गई है। इसके लिए नगर निगम ने कमर कस ली है।

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    पर्यटन की दृष्टि से विकसित होंगे तीन मुहल्ले

    प्रयागराज शहर के पुराने मुहल्ले में दारागंज, लोकनाथ और गलियों में बसा मालवीय नगर भी शामिल है। इन मुहल्लों में कई ऐसे पक्के भवन हैं, जो 300 से 400 साल पुराने हैं। ऐसे भवनों को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने की तैयारी हो रही है।

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    नगर निगम 15 करोड़ रुपये करेगा खर्च

    इन मुहल्लों में मूर्तियां, पुराने पार्क या अन्य ऐतिहासिक स्थलों को सजाने संवारने के लिए नगर निगम ने 15 करोड़ रुपये बजट निर्धारित कर दिया है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और साहित्यकारों की प्रतिमाएं स्थापित कर इन्हें वर्तमान पीढ़ी के लिए प्रेरणादायी बनाने की योजना भी इसी में शामिल है।

    स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों व साहित्यकारों की लगेंगी प्रतिमाएं

    नगर निगम सदन की पिछले दिनों हुई बैठक में दारागंज, लोकनाथ और मालवीय नगर को हेरिटेज मुहल्लों के रूप में विकसित करने का निर्धारण हुआ था। इन्हें अनूठी धरोहरें मानते हुए सजाया संवारा जाएगा। इनमें जिन स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और साहित्यकारों का जीवन बीता उनकी प्रतिमाओं को लगाया जाएगा।

    वाई-फाई, नो-पार्किंग जोन व स्वदेशी वस्तुओं की होंगी दुकानें 

    400 साल या इससे अधिक पुराने मकानों की बनावट को पर्यटक आसानी से जान सकें, इसके लिए भवन की दीवारों पर शिलापट लगाया जाएगा। इन मुहल्लों में वाईफाई की सुविधा दी जाएगी। साथ ही नो-पार्किंग जोन घोषित किया जाएगा। मुहल्ले के बाहर सार्वजनिक पार्किंग बनाई जाएगी। तीनों मुहल्लों में विशेष बाजार भी तैयार किया जाएगा। हेरिटेज मुहल्लों की दुकानों में स्वदेशी वस्तुओं की बिक्री पर विशेष जोर रहेगा।

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    खाने-खिलाने के शौकीनों का गढ़ लोकनाथ

    लोकनाथ खाने, खिलाने के शौकीनों वाला मुहल्ला कहा जाता है। यही एक ऐसा मुहल्ला है जिसने देश को तीन भारत रत्न दिए हैं। मालवीय नगर में महामना पं. मदन मोहन मालवीय, पड़ोस के ही अहियापुर में भारत रत्न राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन और पूर्व प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू का जन्म लोकनाथ चौराहा के बगल ही जवाहर स्क्वायर मुहल्ले में हुआ था। इस मुहल्ले में जायकेदार नाश्ते, लस्सी, रबड़ी मलाई, पेठा और खस्ता दमालु जैसी चीजें एक सदी या इससे पहले से मिलती रही हैं। पुराने लोगों में खासियत थी कि मित्रों, रिश्तेदारों और किसी आयोजन में आए लोगों की खातिरदारी स्वादिष्ट नाश्तों से करते थे।

    दिवाली से पूर्व बेहतर बनाने की शुरू होगी प्रक्रिया

    महापौर गणेश केसरवानी का कहना है कि दारागंज, मालवीय नगर और लोकनाथ को हेरिटेज मुहल्ला बनाने से पहले विशेषज्ञाें से सर्वे कराया जाएगा। दीपावली के पहले तीनों मुहल्लों को बेहतर करने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

    क्या कहते हैं नगर आयुक्त 

    नगर आयुक्त साईं तेजा ने बताया कि हेरिटेज घोषित तीनों मुहल्लों में विकास कार्य कराए जाएंगे। चौराहों को खूबसूरत बनाया जाएगा। हेरिटेज मुहल्लों की सूरत बदलेगी तो कुछ नया दिखने की अनुभूति होगी।