Prayagraj Light Metro : ट्रैक-स्टेशन बनाने को भूमि होगी अधिग्रहीत, सर्किल रेट का चार गुना काश्तकारों को मिलेगा मुआवजा
Prayagraj Light Metro प्रयागराज में लाइट मेट्रो परियोजना को गति मिल रही है। भूमि अधिग्रहण के लिए मेट्रो काउंसिल का गठन होगा जिसमें 30 सदस्य होंगे। 44 किलोमीटर के दो रूटों पर 39 स्टेशन बनेंगे। किसानों को सर्किल रेट का चार गुना मुआवजा दिया जाएगा। लाइट मेट्रो का संचालन दो फेज में होगा जिसका पहला फेज बमरौली से झूंसी सिटी लेक तक होगा।

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। Prayagraj Light Metro स्मार्ट सिटी प्रयागराज में लाइट मेट्रो को साकार रूप देने की कवायद तेज हो गई है। स्टेशन बनाने का स्थान पहले से निर्धारित है। अब ट्रैक और स्टेशन बनाने के लिए जल्द भूमि अधिग्रहण की जाएगी। इसके लिए मेट्रो काउंसिल का गठन किया जाएगा। काउंसिल भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू करेगी।
गठित होने वाली मेट्रो काउंसिल में 30 सदस्य होंगे। इसमें प्रमुख सचिव नगर विकास और राज्य निर्वाचन आयुक्त सहित 10 संबंधित विभागों के अधिकारी शामिल होंगे। इसके अलावा 20 लोगाें को काउंसिल का सदस्य बनाया जाएगा।
दो रूट पर 44 किमी में होगा लाइट मेट्रो का संचालन
Prayagraj Light Metro प्रयागराज में लाइट मेट्रो के संचालन को लेकर गुरुवार को लखनऊ में बैठक हुई। नगर आयुक्त साईं तेजा और नगर निगम के मुख्य अभियंता दिनेश चंद्र सचान ने बैठक में हिस्सा लिया। बैठक में सीएम ग्रिड योजना के तहत बनने वाले सड़कों पर मंथन किया गया। शहर में 44 किलोमीटर की दूरी में लाइट मेट्रो का संचालन दो रूट पर किया जाएगा।
39 स्टेशन होंगे, मुख्य स्टेशन परेड मैदान में बनेगा
लाइट मेट्रो के लिए दोनों रूटों को मिलाकर 39 स्टेशन बनाया जाएगा। इसमें मुख्य स्टेशन परेड मैदान में बनेगा। लाइट मेट्रो के संचालन में 8747 करोड़ रुपये खर्च किया जाएगा। इसका संचालन बमरौली से सिटी लेक झूंसी तक 23 किलोमीटर और शांतिपुरम से छिवकी 21 किलोमीटर तक किया जाएगा। लगभग 100 गांव के काश्तकारों से जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। काश्तकारों को सर्किल रेट का चार गुना मुआवजा दिया जाएगा।
बमरौली, झूंसी, फाफामऊ व नैनी में भूमि अधिग्रहण होगा
Prayagraj Light Metro बताया जा रहा है कि ट्रैक और स्टेशन बनाने की जद में जो मकान आएंगे उसकी कीमत का दो गुना मुआवजा दिया जाएगा। अपर नगर आयुक्त ने बताया कि बमरौली, झूंसी, फाफामऊ और नैनी क्षेत्र में ट्रैक और स्टेशन बनाने के लिए जमीन का अधिग्रहण होगा। लाइट मेट्रो का संचालन दो फेज में कराया जाएगा।
पहले फेज में बमरौली से झूंसी तक 20 स्टेशन
पहले फेज में बमरौली से झूंसी सिटी लेक तक 20 स्टेशन बनाया जाएगा। वहीं शांतिपुरम से छिवकी तक 19 स्टेशन का निर्माण किया जाएगा। एक स्टेशन पर एक से दो मिनट तक लाइट मेट्रो का स्टापेज होगा।
बमरौली से सिटी लेक झूंसी रूट - 23 किमी
बमरौली,शमीम मार्केट, ट्रांसपोर्टनगर, गयासुद्दीनपुर, मीरापट्टी, धूमनगंज, वसुंधरा विहार कालोनी,सूबेदारगंज, एल रोड, प्रयागराज जंक्शन, सिविल लाइंस, मेडिकल कालेज चौराहा, मधवापुर, संगम, आजाद नगर, झूंसी, त्रिवेणीपुरम, सिटी लेक फारेस्ट स्टेशन होंगे।
शांतिपुरम से छिवकी रूट- 21 किमी
शांतिपुरम, गंगानगर, फाफामऊ, प्रीतमनगर, एमएनएनआईटी, तेलियरगंज, मजार चौराहा,इवि,यूनिवर्सिटी रोड, कर्नलगंज, प्रीतमगंज, परेड मैदान, मिंटो पार्क, महेवा पट्टी, अंबेडकर नगर, अरैल, नैनी बाजार रोड, नैनी, छिवकी स्टेशन होंगे।
क्या है लाइट मेट्रो
लाइट मेट्रो, मेट्रो से छोटी होती है। इसमें तीन कोच होते हैं। तीनों डिब्बों 200 से 300 यात्री एक साथ बैठ कर यात्रा कर सकते हैं। लाइट मेट्रो का ट्रैक सड़क के समानांतर जमीन पर ही होता है। जहां पर सड़क और फुटपाथ की चौड़ाई कम होती है उस स्थान के लिए लाइट मेट्रो का संचालन बेहतर होता है। लाइट मेट्रो का स्टेशन बस स्टेशन की तरह होता है। लाइट मेट्रो के स्टेशन का दायरा छोटा होता है।
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