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    राष्ट्रपति मुर्मू के नाम का फर्जी आदेश छावनी परिषद को किसने भेजा?, प्रयागराज पुलिस कर रही छानबीन, जुटा रही साक्ष्य

    Updated: Tue, 07 Oct 2025 08:34 PM (IST)

    प्रयागराज में छावनी परिषद को राष्ट्रपति के नाम से एक फर्जी आदेश मिला। इसमें प्रतापगढ़ निवासी राजू कुमार नामक व्यक्ति को फील्ड मार्शल के पद पर नियुक्त करने की बात कही गई थी। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। राजू से पूछताछ होगी। पत्र बिहार के पटना से स्पीड पोस्ट किया गया था जिसकी जांच की जा रही है।

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    राष्ट्रपति के नाम का फर्जी आदेश भेजने के मामले में प्रयागराज में कैँट पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

    जागरण संवाददाता, प्रयागराज। छावनी परिषद को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नाम से भेजे गए फर्जी आदेश को लेकर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पत्र के आधार पर कैंट पुलिस छानबीन करते हुए तथ्यों, साक्ष्यों को संकलित कर रही है।

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    जल्द ही प्रतापगढ़ निवासी राजू कुमार को तलब करके उससे पूछताछ की जाएगी। इसके साथ ही बिहार के पटना स्थित डाकघर के जरिए भी स्पीड पोस्ट भेजने वाले के बारे में जानकारी जुटाई जाएगी। जांच पूरी होने के बाद आगे की कार्रवाई करने की बात कही गई है।

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    सोमवार दोपहर करीब तीन बजे छावनी परिषद में स्पीड पोस्ट के जरिए एक पत्र आया था। लिपिक अश्विनी कुमार ने लिफाफा खोला तो पत्र पढ़कर हतप्रभ रह गया। इसमें लिखा था कि ‘आवेदनकर्ता राजू कुमार पटेल पुत्र बाबू लाल निवासी ग्राम हनुमानपुर पोस्ट दखवापुर, जिला प्रतापगढ़ उत्तर प्रदेश भारत-230143 का मूल निवासी है। वह स्नातक एवं डिप्लोमाधारी है। अतः आवेदक को नियुक्ति पत्र प्रेषित कर उसे फील्ड मार्शल के पद पर नियुक्त करने की कृपा करें’।

    पत्र में भारत के राष्ट्रपति की फर्जी मुहर लगी थी और द्रौपदी मुर्मू का कूटरचित हस्ताक्षर भी बनाया गया था। छावनी परिषद प्रयागराज को नौकरी देने के संबंध में आदेश की जानकारी अधिकारियों तक पहुंची तो खलबली मच गई।

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    उसे पढ़कर ही समझा गया कि आदेश फर्जी है क्योंकि छावनी परिषद में न तो कोई ऐसा पद है और न ही नियम। प्रारंभिक जांच में पता चला कि स्पीड पोस्ट बिहार के दानापुर पटना से स्पीड पोस्ट भेजा गया है। तब जांच और कार्रवाई के लिए कैंट थाने में शिकायत दी गई थी। इंस्पेक्टर कैंट सुनील कुमार का कहना है कि प्रकरण की जांच की जा रही है।