प्रयागराज का नरपिशाच... यानी राजा कोलंदर की क्या सजा माफ होगी? पत्रकार के परिवार ने जताई आपत्ति, राज्यपाल को भेजा पत्र
प्रयागराज में हत्यारे राजा कोलंदर की सजा माफी के खिलाफ पत्रकार धीरेंद्र सिंह के परिवार ने आपत्ति जताई है। धीरेंद्र के बड़े ने राज्यपाल को पत्र लिखकर कोलंदर को जेल से नहीं छोड़ने की मांग की है, क्योंकि परिवार उसकी रिहाई से दहशत में है। कोलंदर, जो कई वर्षों से जेल में है, पर 2000 में पत्रकार धीरेंद्र की हत्या का आरोप है और उसने 14 लोगों की हत्या की बात कबूली थी।

ये वही राजा कोलंदर है, जो पत्रकार धीरेंद्र सिंह की हत्या में सजा काट रहा है। जागरण आर्काइव
संसू, जागरण, शंकरगढ़ (प्रयागराज)। नरपिशाच के नाम से कुख्यात रामनिरंजन उर्फ राजा कोलंदर की सजा माफी पर मारे गए पत्रकार धीरेंद्र सिंह के परिवार ने आपत्ति जताई है। मृतक पत्रकार धीरेंद्र सिंह के बड़े भाई वीरेंद्र सिंह ने राज्यपाल को पत्र भेजा है।
राज्यपाल को भेजे पत्र में क्या लिखा है?
वीरेंद्र सिंह की ओर से राज्यपाल को भेजे गए पत्र में लिखा गया है कि उनका परिवार एक बार फिर दहशत में जीने लगा है। उन्होंने मांग उठाई की नरभक्षी अपराधी को जेल से नहीं छोड़ा जाए। उसके छूटने की स्थिति में अपराधियों के हौसले बुलंद हो जाएंगे।
वर्षों से जेल में बंद है राजा कोलंदर
राजा कोलंदर पिछले कई वर्ष से जेल में बंद है। उसे दो अलग-अलग मुकदमे में सजा सुनाई जा चुका है। कोर्ट ने राजा कोलंदर के साथ उसके साथ उसके साले बच्छराज कोल को भी आजीवन कारावास से दंडित किया है।
शासन से सजा माफी को पुलिस से मांगी गई थी आख्या
बताया गया है कि कुछ दिन पहले शासन स्तर से सजा माफी को लेकर शंकरगढ़ पुलिस से आख्या मांगी गई थी। तब पुलिस ने यह कहते हुए अपनी आख्या लगाई कि राजा कोलंदर ने कई लोगों निर्मम हत्या की थी। ऐसे में उसका जेल से बाहर आना समाज के लिए उचित नहीं होगा।
पत्रकार के परिवार की कोलंदर को नही ंछोड़ने की मांग
इसी बीच इसकी जानकारी पत्रकार धीरेंद्र सिंह के परिवार को हुई तो वह परेशान हो गए। बुधवार को बड़े भाई वीरेंद्र सिंह ने राज्यपाल को पत्र भेजा। पत्र में नौ बिंदुओं पर घटना का उल्लेख, परिवार की स्थिति और आरोपित को जेल से नहीं छोड़ने की मांग करते हुए आपत्ति जताई है।
पत्रकार धीरेंद्र की राजा कोलंदर ने की थी हत्या
शंकरगढ़ के बसहरा गांव निवासी वीरेंद्र का कहना है कि उनके छोटे भाई पत्रकार धीरेंद्र की दिसंबर 2000 में नरभक्षी राजा कोलंदर ने हत्या की थी। उसके पिगरी फार्म हाउस से मानव की कई खोपड़ी बरामद हुई थी। राजा कोलंदर ने 14 लोगों की हत्या करने और खोपड़ी का मांस खाने की बात कुबूल की थी। फिलहाल नरपिशाच राजा कोलंदर की रिहाई पर चर्चा उठने के बाद एक बार फिर लोगों के जेहन में यादें ताजा हो गई हैं। पत्रकार के अलावा गांव के अन्य लोगों में भी दहशत का माहौल व्याप्त हो गया है।
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