RSS : राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की अनूठी पहल, पर्यावरण से जोड़ने और जनजागरण को छात्रों व आमजन की आनलाइन परीक्षा ले रहा
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पर्यावरण अनुभाग की ओर से आम जन को पर्यावरण के प्रति सजग करने को अनूठी पहल की है। इसके तहत विद्यार्थियों व जन सामान्य लोगों की आनलाइन परीक्षा कराई जा रही है। प्रश्न संघ लोक सेवा आयोग व उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग की परीक्षाओं में पर्यावरण विषय से जुड़े पूछे जाने वाले प्रश्नों से संबंधित हैं।

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का पर्यावरण अनुभाग आम जन को पर्यावरण के प्रति सजग बनाने में जुटा है। इसके लिए अनूठी पहल हो रही है। छात्रों व आम जन के लिए आनलाइन परीक्षा कराई जा रही है। इसमें कोई भी शामिल हो सकता है। यह गतिविधि छात्रों व आम जन को जलवायु परिवर्तन के विनाशकारी प्रभावों के प्रति जागरूक करने, पर्यावरण संरक्षण के लिए आवश्यक ज्ञान व कौशल प्रदान करने में सहायक है।
खासकर युवा वर्ग को पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बनाने में मदद मिल रही है। अब तक इस परीक्षा में देश भर से आठ लाख से अधिक लोग शामिल हो चुके हैं। उत्तर प्रदेश अव्वल है, यहां के एक लाख चालीस हजार से अधिक प्रतिभागियों ने पर्यावरण के प्रति अपनी जानकारी का मूल्यांकन किया है। सभी को शिक्षामंत्रालय की ओर से प्रमाणपत्र भी जारी किए गए हैं। इस प्रमाणपत्र को दर्जनभर से अधिक संस्थाएं स्वीकृति दे रही हैं।
20 बहुविकल्पी प्रश्नों के उत्तर देने होंगे
संघ ने पर्यावरण के अनुकूल जीवन शैली अपनाने के लिए प्रेरित करने के लक्ष्य से इस परीक्षा की शुरुआत की है। देशभर में होने वाली यह परीक्षा ईकोमित्रम ऐप के जरिए कराई जा रही है। इसमें 20 बहुविकल्पी प्रश्नों के उत्तर देने हैं।
लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं से प्रश्न
सभी प्रश्न संघ लोकसेवा आयोजन और उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग की परीक्षाओं में पर्यावरण विषय से संबंधित पूछे जाने वाले प्रश्नों पर केंद्रित हैं। उदाहरण के तौर पर कौन सी गैस ग्रीन हाउस प्रभाव के लिए जिम्मेदार है। रीठा, शिकाकाई, बायोएंजाइम, रासायनिक डिटजेंट में से कौन प्राकृतिक क्लीनर नहीं है। यूएनईपी का पूरा नाम क्या है। यमुना नदी पर झाग क्या है जैसे प्रश्नों के जवाब देने हैं।
21 अगस्त तक दी जा सकती है परीक्षा
विभाग पर्यावरण संयोजक डा. अमित पांडेय के अनुसार 21 अगस्त तक यह परीक्षा दी जा सकती है। राष्ट्रीय स्तर पर परिणाम की घोषणा 30 अगस्त को की जाएगी। इससे पता चलेगा कि कहां के लोग पर्यावरण के प्रति अधिक संवेदनशील हैं। इसके लिए https://ecomitram.app/nspc/results पर जाना होगा।
पर्यावरण अनुकूल कार्य करते सेल्फी करनी है अपलोड
परीक्षा में शामिल होने के लिए शुल्क के रूप में अभ्यर्थी को पर्यावरण के अनुकूल कार्य करते हुए एक सेल्फी अपलोड करनी है। प्रतियोगिता का विषय 'हरित- द वे आफ लाइफ' है। विभिन्न आयु वर्ग में इसे विभाजित किया गया है। जैसे समूह ए: कक्षा एक से पांच तक, समूह बी: कक्षा छह से आठ तक, समूह सी: कक्षा नौ से 12 तक, समूह डी: स्नातक (यूजी), स्नातकोत्तर (पीजी) और शोध छात्र,समूह ई: अन्य सभी प्रतिभागी (सभी के लिए खुला) है।
पीएसजी देगा ई-प्रमाणपत्र
स्कूल/कालेज/विश्वविद्यालय/अन्य पंजीकरण लिंक: https://ecomitram.app/nspc/school-registration व छात्र प्रश्नोत्तरी पंजीकरण लिंक: https://ecomitram.app/nspc/student-registration है। सभी भाग लेने वाले छात्रों, स्कूलों, कालेजों और विश्वविद्यालयों को पर्यावरण संरक्षण गतिविधि (पीएसजी) की ओर से ई-प्रमाण पत्र दिया किया जाएगा।
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