यूपी की इस बस ने खराब लाइट में तय किया 918 किलोमीटर का सफर, अंधेरे में लगाए 2 चक्कर
रायबरेली-बलिया रूट पर चलने वाली रोडवेज बस में लाइट खराब होने से यात्रियों को परेशानी हो रही है। अंधेरे में यात्रा करने को मजबूर यात्रियों ने शिकायत की, पर कोई सुनवाई नहीं हुई। महिला यात्रियों को सबसे ज्यादा दिक्कत हो रही है। क्षेत्रीय प्रबंधक ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं और डिपो अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है।

यूपी की इस बस ने खराब लाइट में तय किया 918 किलोमीटर का सफर, अंधेरे में लगाए 2 चक्कर
जागरण संवाददाता, रायबरेली। बस को अंदर की लाइट खराब होने के बाद इसे बकायदा डिपो से 341 किलोमीटर ले जाया गया और इतना ही वापसी किलोमीटर तय किया गया। हैरत की बात ये है कि वर्कशाप की घोरलापरवाही से विभाग को एक बार फिर चर्चा में ला दिया है। रायबरेली से बलिया के बीच संचालित उत्तर प्रदेश परिवहन निगम रायबरेली डिपो की बस संख्या यूपी 78 एचटी 5966 में लाइट खराब होने के कारण यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
बस में अंदर की लाइट लंबे समय से बंद पड़ी है, जिससे यात्रियों को अंधेरे में ही चढ़ना-उतरना पड़ रहा है। सबसे अधिक परेशानी महिला यात्रियों को हो रही है, जिन्हें अंधेरे में सीट तक पहुंचने में दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं। कई बार उन्हें अन्य यात्रियों की मदद से चढ़ना और उतरना पड़ रहा है।
शिकायत करने के बावजूद अब तक लाइट की मरम्मत नहीं कराई गई है, जिससे यात्रियों में आक्रोश व्याप्त है। रात्रि समय में यह समस्या और गंभीर हो जाती है। यात्रियों का कहना है कि अंधेरे में न केवल असुविधा होती है, बल्कि सुरक्षा संबंधी खतरे भी बढ़ जाते हैं। अंदर-बाहर के रास्तों में रोशनी न होने से धक्का-मुक्की की स्थिति उत्पन्न हो रही है।
यात्री कमलाशंकर,विजय,विनायक,प्रभुदयाल का कहना है कि बस की खराब लाइट को तुरंत दुरुस्त कराया जाए ताकि यात्रियों को सुरक्षित व सुविधाजनक यात्रा मिल सके। वहीं, कुछ यात्रियों ने यह भी बताया कि इस रूट की अन्य बसों की हालत भी ठीक नहीं है, और समय पर मरम्मत न होने के कारण यात्रियों को आए दिन असुविधा का सामना करना पड़ता है।
परिचालक ने बकायदा उसकी लाइट ही नही बल्कि धक्का मारकर आने जाने की बात तक कबूल किया है। क्षेत्रीय प्रबंधक आरके त्रिपाठी का कहना है कि अंधेरे में कैसे बसों को संचालित करवाया जा रहा है। ये गंभीर विषय है जिसको लेकर जांच रिपोर्ट डिपो के अधिकारियों के द्वारा तलब किया गया है।
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