वंदे भारत एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी को लेकर GRP की सख्ती, तैयार कर रही संदिग्धों का खाका
रायबरेली में वंदे भारत एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी रोकने हेतु जीआरपी ने गांवों में जागरूकता अभियान चलाया। थानाध्यक्ष सचिन कुमार ने ग्रामीणों को पत्थर फेंकने के नुकसान और कानूनी सजा के बारे में बताया। टीम ने संदिग्धों के नाम-पते दर्ज किए और ग्रामीणों से सूचना देने की अपील की। अरखा से दरियापुर स्टेशन के बीच 12 से अधिक गांवों में अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया गया।
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जागरण संवाददाता, रायबरेली। वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर हो रहे पत्थरबाजी की घटनाओं के रोकथाम को लेकर जीआरपी थानाध्यक्ष सचिन कुमार ने अपनी टीम के साथ सोमवार को जिला रायबरेली के विभिन्न गांवों में सघन निरीक्षण किया। इस दौरान 12 से अधिक गांवों का भ्रमण किया गया।
निरीक्षण अभियान के दौरान थानाध्यक्ष ने मवेशी चराने वाले बच्चों व ग्रामीणों को ट्रेन पर पत्थर फेंकने से होने वाले नुकसान व कानूनी दंड के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस प्रकार की हरकत से न केवल ट्रेन यात्री घायल हो सकते हैं, बल्कि यह गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है, जिसमें जेल की सजा भी हो सकती है।
बच्चों और ग्रामीणों को समझाया गया कि ऐसा करने से रेलवे संपत्ति को नुकसान होता है और यात्रियों की जान खतरे में पड़ती है। टीम ने संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखते हुए कुछ युवकों के नाम और पते भी नोट किए हैं, जिन पर आगे जांच की जाएगी। इस अवसर पर ग्रामीणों से अपील की गई कि वे अपने बच्चों को ऐसी हरकतों से रोकें और यदि किसी व्यक्ति को ट्रेन पर पत्थर फेंकते देखें, तो तुरंत पुलिस को 9454404422 पर सूचना दें। यह अभियान न केवल जागरूकता के उद्देश्य से था, बल्कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए एक ठोस कदम भी माना जा रहा है।
जीआरपी थानाध्यक्ष सचिन कुमार का कहना है कि अरखा से लेकर दरियापुर स्टेशन के मध्य गांव महेशीपुर,भीमकापुरवा,पूरे बरजोर,भीलमपुर,पूरे बग्घा,धोबहा, लक्ष्मणपुर , बेनीकामा, इकौना , दरियापुर सहित 12 से अधिक गांवों में जागररूकता अभियान चलाया गया। जिस दौरान मवेशी चराने वाले लोगों के साथ ही मासूम बच्चों को जागरूक किया गया।इसके साथ ही पटरी के किनारे गांवो के संदिग्धों का नाम पता व मोबाइल नंबर अपने रजिस्टर में दर्ज किया गया है।
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