Raebareli Accident: रामलीला के रावण अयोध्या प्रसाद की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत, रंगमंच जगत में शोक
रायबरेली के सलोन क्षेत्र में रामलीला में रावण का किरदार निभाने वाले अयोध्या प्रसाद की सड़क हादसे में मौत हो गई। 15 वर्षों से वे अपनी दमदार आवाज और संवाद से रावण के चरित्र को जीवंत करते थे। उनके निधन से क्षेत्र में शोक की लहर है और रंगमंच की दुनिया में भी गहरा दुख है। परिवार में पत्नी और दो मासूम बेटियां हैं जिनका रो-रोकर बुरा हाल है।

संवादसूत्र,जागरण, सलोन(रायबरेली)। रामलीला मंचन में अपनी गगनभेदी गर्जना से दशानन रावण के चरित्र को जीवंत करने वाले अयोध्या प्रसाद (37) की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत हो गई।उनके निधन की खबर से न केवल क्षेत्र में बल्कि रंगमंच की दुनिया में भी शोक की लहर दौड़ गई है।वहीं, परिवार के आंगन में मातम छा गया है।
क्षेत्र के रेवली गांव निवासी अयोध्या प्रसाद मौर्या पुत्र छेदीलाल विगत पन्द्रह वर्षों से गांव स्थित दुर्गा मंदिर श्रीरामलीला कमेटी में रावण का किरदार निभाते आ रहे थे। उनकी गगनभेदी आवाज़ और दमदार संवाद अदायगी ने उन्हें क्षेत्र की रामलीला में लोकप्रिय और खास पहचान दिलाई थी।
मंच पर जब वे गर्जना करते हुए संवाद बोलते—"रावण दंड भी उसी गर्व से भोगेगा, जिस गर्व से उसने उस शक्तियों का भोग किया है। तो पूरा पंडाल तालियों और जयकारों से गूंज उठता था।परिवार की देखभाल के लिए अयोध्या प्रसाद पिछवारा चौराहे पर स्थित त्रिपाठी ट्रेडर्स में नौकरी भी करते थे।बुधवार की शाम दुकान बंद कर वे बाइक से घर लौट रहे थे।
इसी दौरान गरीब का पुरवा गांव के निकट किसी अज्ञात वाहन ने उनकी बाइक को जोरदार टक्कर मार दी।हादसे में वे गंभीर रूप से घायल हो गए। परिजन उन्हें सीएचसी ले गए, जहां से डॉक्टरों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
गुरुवार सुबह लगभग चार बजे इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।अचानक हुई इस घटना से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।मृतक अपने पीछे पत्नी और दो मासूम बेटियों (एक की उम्र पांच वर्ष तथा दूसरी की उम्र तीन वर्ष) को छोड़ गए हैं। बेटियों का रो-रोकर बुरा हाल है, वहीं पत्नी का विलाप सुनकर हर किसी की आंखें नम हो उठीं।
अयोध्या प्रसाद के निधन की खबर फैलते ही आसपास के ग्रामीण और रामलीला समिति के सदस्य बड़ी संख्या में उनके घर पहुंच गए।समिति के अध्यक्ष सहित तमाम रंगकर्मी उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे।
सबकी जुबान पर यही शब्द थे कि—" अयोध्या प्रसाद के जाने से रामलीला का एक सशक्त किरदार हमेशा के लिये खो गया है।गांव और आसपास के क्षेत्र में शोक की लहर है। लोगों ने शासन-प्रशासन से पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता दिलाने की मांग की है ताकि दिवंगत कलाकार के परिवार को संबल मिल सके।
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