दिवाली-छठ पर घर जा सकेंगे! अब पोस्ट ऑफिस से भी ट्रेन टिकट बुकिंग की सुविधा; ये है पूरा प्रॉसेस
दिवाली और छठ पूजा पर टिकटों की मारामारी से अब राहत मिलेगी। रेलवे और डाक विभाग ने मिलकर एक नई सुविधा शुरू की है, जिसके तहत अब यात्री पोस्ट ऑफिस से भी ट्रेन टिकट बुक कर सकेंगे। यह सुविधा ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए है, जहां रेलवे स्टेशन नहीं हैं। वरिष्ठ नागरिकों और तकनीक से दूर रहने वालों को इससे खास लाभ होगा।

जागरण संवाददाता, रायबरेली। दिवाली और छठ पूजा जैसे त्योहारों के दौरान ट्रेन टिकटों के लिए परेशान होने वाले यात्रियों को अब बड़ी राहत मिलने जा रही है। रेलवे और भारतीय डाक विभाग ने मिलकर एक नई सुविधा शुरू की है, जिसके तहत अब यात्री अपने नजदीकी पोस्ट ऑफिस से भी ट्रेन टिकट बुक कर सकेंगे।
यह सुविधा विशेष रूप से ग्रामीण, कस्बाई और दूरदराज के इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए शुरू की गई है, जहां न तो रेलवे स्टेशन है और न ही आरक्षण काउंटर। इस योजना के तहत प्रत्येक पोस्ट ऑफिसों को रेलवे के पीआरएस (पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम) से जोड़ा गया है।
इनमें से अधिकांश डाकघर ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में स्थित हैं। पोस्ट ऑफिसों में भी यह सुविधा शुरू हो चुकी है। इस पहल का उद्देश्य त्योहारों के समय होने वाली भारी भीड़ को कम करना और गांवों में रहने वाले लोगों को यात्रा की सुविधा देना है।
ऐसे करें टिकट बुक
जिस यात्री को ट्रेन टिकट बुक कराना है, वह अपने नजदीकी पीआरएस सुविधा से लैस पोस्ट ऑफिस जाए। वहां कर्मचारी से यात्रा की जानकारी साझा करें जैसे यात्रा का स्थान, तारीख, ट्रेन नंबर या नाम, और किस क्लास में टिकट चाहिए। इसके बाद डाकघर कर्मचारी सारी जानकारी सिस्टम में दर्ज करेगा और टिकट का भुगतान लेकर उसे वहीं पर प्रिंट कर देगा। यात्री नकद या डिजिटल माध्यम से भुगतान कर सकते हैं। यह टिकट रेलवे का पूर्ण रूप से मान्य आरक्षण टिकट होगा।
वरिष्ठ नागरिकों और तकनीक से दूर लोगों को राहत
इस पहल से उन लोगों को खास लाभ होगा जो ऑनलाइन बुकिंग करने में सक्षम नहीं हैं, जैसे कि बुजुर्ग, दिव्यांगजन या तकनीक से अनभिज्ञ ग्रामीण नागरिक। अब उन्हें शहर जाकर स्टेशन या साइबर कैफे में लाइन लगाने की जरूरत नहीं होगी। नजदीकी डाकघर में ही उन्हें सभी क्लास जनरल, स्लीपर या एसी टिकट की सुविधा मिलेगी।
भीड़ और सर्वर प्रॉब्लम से राहत
त्योहारों के मौसम में रेलवे काउंटर और वेबसाइट पर भारी भीड़ तथा सर्वर डाउन जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं। लेकिन इस नई व्यवस्था से ऑनलाइन सिस्टम पर दबाव कम होगा और यात्रियों को टिकट मिलना आसान हो जाएगा। यह सेवा न सिर्फ ट्रैवल एजेंटों की निर्भरता कम करेगी, बल्कि पारदर्शिता भी बढ़ाएगी।
मंडल रेल प्रबंधक सुनील कुमार वर्मा का कहना है कि दीपावली व अन्य त्योहार को लेकर दिल्ली हेड क्वाटर से ये निर्णय लिया गया है। जिन्होने बताया कि रेलवे मंत्रालय के आदेश के बाद जारी पहल से यात्रियों की सुविधा को बढ़ाएगी और देश के हर कोने तक रेलवे सेवा को पहुंचाने की दिशा में अहम कदम ये पहल निभाएगा।
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