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    PM की मां पर टिप्पणी मामले में राहुल गांधी का माफी से इनकार, रायबरेली में सपा के बागी MLA ने रखा था निंदा प्रस्ताव

    Updated: Thu, 11 Sep 2025 12:41 PM (IST)

    रायबरेली में जिला विकास समन्वय एवं अनुश्रवण कार्य समिति की बैठक में हंगामा हुआ। पूर्व कैबिनेट मंत्री और ऊंचाहार विधायक ने प्रधानमंत्री मोदी की मां को ...और पढ़ें

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    राहुल गांधी की अध्यक्षता में चल रही बैठक से पूर्व कैबिनेट मंत्री व ऊंचाहार विधायक मनोज पांडे ने किया बहिष्कार

    जागरण संवाददाता, रायबरेली। दिशा की बैठक शुरू होते ही पूर्व कैबिनेट मंत्री व ऊंचाहार विधायक डॉ मनोज कुमार पांडेय ने प्रधानमंत्री मोदी की मां को गाली दिए जाने को लेकर निंदा प्रस्ताव रखा। उन्होंने सांसद राहुल गांधी से माफी मांगने को कहा। राहुल गांधी के मना करते ही उन्होंने इसका विरोध किया और यह कहते हुए बैठक से बाहर चले आए कि मैं बैठक का बहिष्कार करता हूं।

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    विधायक ने कहा कि बैठक शुरू होने पर उन्होंने बिहार में कांग्रेस के मंच से भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मां को गाली दिए जाने के मामले को लेकर निंदा प्रस्ताव अध्यक्ष राहुल गांधी व सभी सदस्यों के सामने रखा। बैठक में बताया कि मंच से न सिर्फ प्रधानमंत्री की मां को बल्कि देश की मां व मां शब्द को अपमानित करने का काम किया गया है।

    उन्होंने कहा कि मां शब्द हमारी अस्मिता, भावनाओं व संस्कारों से जुड़ा है। ये कैसे हो सकता है कि एक राष्ट्रीय पार्टी के मंच से एक मां को गाली दी जाए, मां को अपमानित किया जाए। विधायक ने कहा कि भारत में मां का बहुत बड़ा स्थान है, हम भारत माता को मां मानते हैं।

    झलकारी बाई, रानी लक्ष्मीबाई, ऊदा देवी हमारी मां रही हैं और मांग की कि इस निंदा प्रस्ताव को सर्वसम्मति से स्वीकृत किया जाए, जिस पर सभी इसके लिए सहमत थे, लेकिन राहुल गांधी ने इसका विरोध किया।

    मेरा मानना है कि जिस देश में मां का अपमान हो, मां केवल भारत के प्रधानमंत्री की ही नहीं, मेरी भी मां है और हम लोगों की भावनाओं से जुड़ा है मां शब्द। मैं बड़े स्पष्ट रूप से कहता हूं कि ये राजनैतिक नहीं हमारी भावनाओं से जुड़ा है। मां का अपमान सह कर हम एक सेकंड भी राजनीति नहीं करना चाहते।

    विधायक ने कहा कि इसके अतिरिक्त राहुल गांधी से हमारे कुछ सवाल भी रहे कि रायबरेली से निर्वाचित होने के बाद आपने लोकसभा में 33 प्रश्न लगाए, विभिन्न नियमों में लगाए। रायबरेली की 25 लाख जनता ये सुनना चाहती थी कि रायबरेली की समस्याओं की, गरीबों की, मजदूरों की, वंचितों की, नौजवानों की, पिछड़ों की, दलितों की कौन सी समस्या को आपने उठाने का काम किया?

    इसके अतिरिक्त डेढ़ साल में आपने रायबरेली के विकास के लिए क्या काम किया? मेरा सवाल है कि भारत के संविधान को लेकर आप हर जगह दिखाते हैं, हम पूछना चाहते हैं कि आपने चुनाव आयोग पर सवाल उठाया, आपने सेना की कार्रवाई पर सबूत मांगे, लोकसभा की सर्वोच्च पीठ पर आपने उंगली उठाने का काम किया, लगातार संविधान से जुड़ी हुई संस्थाओं को अपमानित करने का काम करते हैं, सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय पर उंगली उठाने का काम करते हैं, क्या ये भारत के संविधान का अपमान नहीं, क्या इसके लिए आप भारत से माफी मांगेंगे?

    मेरा तीसरा सवाल राहुल गांधी से रहा कि आप कहते हैं कि वीर सावरकर माफी वीर थे, हम आपसे सवाल करते हैं कि आपने सर्वोच्च न्यायालय व कई अन्य न्यायालयों में क्या आपने दो बार लिखित रूप से माफीनामा नहीं देने का काम किया।

    विधायक ने कहा कि महादेवपुरा बंगलूरु विधान सभा के बारे में सीडीएस संस्था के आंकड़ों को आधार बनाकर जिस वोट चोरी का कथित नारा आपने दिया था, उस संस्था ने न केवल आंकड़ा डिलीट कर दिया, बल्कि माफी भी मांगी, लेकिन क्या आपने इस भ्रामक असत्य को फैलाने के लिए चुनाव आयोग व जनता से माफी मांगी?

    विधायक ने कहा कि उन्होंने बैठक का बहिष्कार कर दिया है, लेकिन उनका प्रस्ताव लिखित व मिनट्स में बैठक में शामिल है, कोई उसपर सहमति दे या असहमति। बाकी सदस्य इस प्रस्ताव से सहमत है तो राहुल गांधी के सहमत या असहमत होने से कोई फर्क नहीं पड़ता।

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