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    साइबर अपराधियों ने पे-टीएम साउंड बॉक्स के बहाने से उड़ाए लाखों, रामपुर पुलिस की बड़ी कामयाबी

    Updated: Sat, 15 Nov 2025 02:13 PM (IST)

    रामपुर में पे-टीएम साउंड बॉक्स सही करने के नाम पर तीन आरोपियों ने फल विक्रेता का सिम बदलकर और यूपीआइ से 11.50 लाख रुपये की ठगी की। गिरफ्तार आरोपियों का नेटवर्क हिमाचल, यूपी, हरियाणा और उत्तराखंड में फैला था। पुलिस ने घटना का खुलासा कर तीनों को गिरफ्तार किया।

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    प्रतीकात्‍मक च‍ित्र

    जागरण संवाददाता, रामपुर। फल विक्रेता का पे-टीएम साउंड बाक्स सही करने के नाम पर 11.50 लाख की साइबर ठगी की घटना का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। अंतरराज्यीय साइबर अपराधियों के गिरोह के तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए बदमाश संभल, बरेली और हरदोई के रहने वाले हैं। तीनों हिमांचल, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और हरियाणा राज्यों में ठगी करते थे।

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    तीनों स्वयं को फोन पे या पे-टीएम कंपनी का कर्मचारी बताकर साउंड बाक्स में खराबी दूर करने के बहाने भोले-भाले लोगों को अपना शिकार बनाते थे। इनके द्वारा ठगी का शिकार सिविल लाइंस कोतवाली क्षेत्र में अहमदनगर जागीर गांव निवासी राम सिंह भी बने थे। वह पनवड़िया चौकी के पास ठेला लगाकर फल बेचते हैं।

    ठेले पर उन्होंने पे-टीएम साउंड बाक्स भी रखा है। 29 जुलाई 2025 को एक अज्ञात व्यक्ति उनके पास आया। उसने कहा कि वह पे-टीएम बाक्स सही करता है। आपके बाक्स में कोई खराबी तो नहीं है। उसकी बातों में आकर फल विक्रेता ने बता दिया कि बाक्स में आवाज नहीं आती है। इसके बाद बाक्स सही करने के बहाने उसने फल विक्रेता के बैंक का नाम, खाता संख्या, आधार कार्ड आदि सभी जानकारी ले ली।

    फल विक्रेता के मोबाइल में ओटीपी चेक करने के बहाने बैंक खाते से लिंक सिम को निकाल लिया और उसमें खराब सिम डाल दी। उनकी सिम को अपने मोबाइल में डालकर उनके द्वारा दी गई जानकारी की मदद से फल विक्रेता के नाम से यूपीआइ चालू कर लिया। 29 जुलाई से 26 अक्टूबर तक यूपीआइ के माध्यम से उनके बैंक खाते से 11.50 लाख रुपये निकाले लिए थे।

    उन्हें इसकी जानकारी बैंक रुपये निकालने जाने पर हुई थी। तब उन्होंने घटना की शिकायत साइबर क्राइम थाने में की थी। साइबर क्राइम थाना पुलिस ने शुक्रवार को तीन लोगों को जीरो प्वाइंट शहजादनगर मजार के पास से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार बदमाशों में हरि सिंह संभल के थाना बनियाठेर के ग्राम खेड़ा खास का रहने वाला है। पवन हरदाेई जिले के थाना पाली में ग्राम कहरई का है, जबकि सोहेल बरेली जिले के थाना सीबी गंज में मुहल्ला सनईया रानी का रहने वाला है।

    हिमांचल में तीनों की हुई थी मुलाकात

    अपर पुलिस अधीक्षक अनुराग सिंह ने बताया कि तीनों आरोपित नौकरी करने के लिए हिमांचल गए थे। वहां तीनों की मुलाकात हुई। तीनों हिमांचल प्रदेश के सोलन जिला थाना बद्दी के चक्का रोड पर रहते थे। वहां भी इनके द्वारा इस तरह की घटनाएं की गईं। इनके द्वारा की गई घटनाओं की जानकारी की जा रही है।

    हरि सिंह ने की थी फल विक्रेता के साथ ठगी

    सिविल लाइंस क्षेत्र में जिस फल विक्रेता राम सिंह के साथ पे-टीएम का साउंड बाक्स ठीक करने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी की गई, उस घटना को हरि सिंह ने अंजाम दिया था। अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि तीनों को फल विक्रेता के सामने लाया गया। फल विक्रेता ने उसे पहचान लिया।

    खाता खाली होने पर फेंक देते थे सिम

    अपर पुलिस अधीक्षक अनुराग सिंह ने बताया कि गिरोह के तीनों सदस्य हिमांचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और उत्तराखंड राज्यों में अलग-अलग जिलों में घूमकर भोले-भाले दुकानदारों को निशाना बनाते थे। उनके निशाने पर ठेले व फड़ वाले अधिक रहते थे, जो साइबर क्राइम काे लेकर कम जागरूक होते हैं। मुकदमे के वादी फल विक्रेता भी इसके बारे में कम जानते थे।

    यही वजह रही कि उन्हें सिम बदले जाने का पता नहीं चला। कुछ दिन तक उनके मोबाइल में फोन और मैसेज नहीं आए तो भी उन्हें यही लगा कि सिम में खराबी है। ऐसे लोगों के नाम का यूपीआइ एक्टिव कर अलग-अलग ग्राहक सेवा केंद्र, पेट्रोल पम्प आदि पर जाकर मजबूरी बताते हुए यूपीआइ से पेमेंट कर कैश ले लेते थे। जब खाता खाली हो जाता था तो सिम तोड़कर फेंक देते थे।

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