किसान भाइयों के लिए जरूरी सूचना, ये काम कर लिया तो बार-बार खतौनी निकलवाने की झंझट से हो जाएंगे फ्री
रामपुर में किसान फार्मर रजिस्ट्री बनवाने में कम रुचि दिखा रहे हैं, जबकि इसके कई फायदे हैं। जिले में 1.48 लाख किसानों में से अभी तक केवल 71.68% की रजिस्ट्री बनी है। रजिस्ट्री होने से किसानों को खतौनी की आवश्यकता नहीं होगी और सरकारी योजनाओं का लाभ आसानी से मिल सकेगा। कृषि विभाग लक्ष्य को पूरा करने में लगा है।

जागरण संवाददाता, रामपुर। प्रशासन के तमाम प्रयास के बावजूद किसान फार्मर रजिस्ट्री बनवाने को आगे नहीं आ पा रहें हैं। जनपद में 1.48 लाख किसानों की फार्मर रजिस्ट्री बनना है। अभी तक 71.68 प्रतिशत किसानों की ही फार्मर रजिस्ट्री बन पाई है। हालांकि इसके बनने से किसानों को लाभ ज्यादा है।
अब किसान से हर योजना में खतौनी की मांग करनी पड़ती है। इसके लिए उसे बार बार तहसील जाना पड़ता है लेकिन फार्मर रजिस्ट्री बनने के बाद उसे खतौनी दिखाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। फार्मर रजिस्ट्री दिखाने पर ही उनकी खेती भूमि देखी जा सकेगी।
शासन स्तर से किसानों की फार्मर रजिस्ट्री बनवाने के निर्देश जारी किए गए हैं। पिछले एक साल से अधिक समय से जनपद में किसानों की फार्मर रजिस्ट्री बनाने का कार्य चल रहा है। पूर्व में यह कार्य अभियान चलाकर किया गया था जिसमें कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ राजस्व विभाग व ग्राम पंचायत विभाग तक के अधिकारियों को लगाया गया था। उनके द्वारा रोस्टर बनाकर ग्राम पंचायतों व विकास खंड स्तर पर शिविर लगाकर भी किसानों की फार्मर रजिस्ट्री बनाई गई थी।
उपकृषि निदेशक राम किशन सिंह ने बताया कि जनपद में 1.48 लाख किसानों की फार्मर रजिस्ट्री बनाने का लक्ष्य है। अभी 71.68 फीसदी किसानों की फार्मर रजिस्ट्री बनाई जा सकी है। शेष के लिए संबंधित स्टाफ किसानों से संपर्क कर लक्ष्य पूरा करने में लगा हुआ है। लेखपाल भी इस कार्य में लगे हुए हैं। उन्होंने फार्मर रजिस्ट्री बनवाना किसानों के लिए अनिवार्य है।
इसके बनने से किसानों को अधिक लाभ होगा। सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं में किसानों से खतौनी की मांग की जाती है। फार्मर रजिस्ट्री बनने पर किसानों को अलग से इसकी मांग नहीं की जाएगी। फार्मर रजिस्ट्री से ही इसकी जानकारी मिल जाएगी।

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