Rampur News: 13 साल पुराने कारतूस घोटाले की आज सुनवाई, आरोपितों को मिलेगा सफाई साक्ष्य पेश करने का अवसर
रामपुर प्रदेश के 13 साल पुराने चर्चित कारतूस घोटाला में अदालत बुधवार को सुनवाई करेगी। इस मामले में अभियोजन की गवाही पूरी हो चुकी है। अदालत अब आरोपितो ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, रामपुर : प्रदेश के 13 साल पुराने चर्चित कारतूस घोटाला में अदालत बुधवार को सुनवाई करेगी। इस मामले में अभियोजन की गवाही पूरी हो चुकी है। अदालत अब आरोपितों को सफाई साक्ष्य का अवसर देगी।
यह था मामला
एसटीएफ लखनऊ ने 29 अप्रैल 2010 को कारतूस घोटाले का पर्दाफाश किया था। एसटीएफ की टीम ने ज्वालानगर रेलवे क्रासिंग के पास घोटाले के सूत्रधार पीएसी से सेवानिवृत्त दारोगा यशोदा नंद को गिरफ्तार किया था। उसके साथ सीआरपीएफ के दो जवान भी पकड़े गए थे। एसटीएफ ने तीनों के कब्जे से 1.76 लाख रुपये और ढाई क्विंटल खोखा कारतूस बरामद किए थे। जांच में इस घोटाले में दूसरे जिलों में तैनात रहे आर्मरर के नाम भी सामने आए। सभी को गिरफ्तार कर बी वारंट पर यहां लाया गया। सभी के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किए गए।वर्तमान में सभी आरोपित जमानत पर हैं। मुकदमा घोटाले के मुख्य आरोपित यशोदानंद की मृत्यु हो गई थी। मुकदमे की सुनवाई स्पेशल जज ईसी एक्ट विजय कुमार के न्यायालय में चल रही है।
आरोपितों को मिले सफाई साक्ष्य का मौका
मुकदमे में ज्यादातर आरोपितों की पैरवी कर रहे अधिवक्ता डीके नंदा ने बताया कि मुकदमे में अभियोजन की गवाही पूरी हो चुकी है। धारा 313 के अंतर्गत आरोपितों के बयान भी दर्ज हो चुके हैं। मुकदमा अब फैसले के करीब आ गया है। बुधवार को सुनवाई होनी है। अदालत आरोपितों को सफाई पेश करने का मौका देगी। सीआरपीएफ के जिन दो जवानों से एसटीएफ ने खोखा कारतूस और रुपये की बरामदगी दिखाई थी, वे सफाई साक्ष्य पेश करने के लिए समय मांग सकते हैं।

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