पीएम किसान सम्मान निधि: 7000 दंपतियों पर गिरी गाज, वसूली के आदेश!
रामपुर में, सात हजार परिवारों में पति-पत्नी दोनों पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ ले रहे थे, जिस पर अब रोक लगा दी गई है। उनसे अब तक दी गई धनराशि की वसूली की जाएगी। आयकर भरने वाले 2468 किसानों से भी 28 लाख रुपये की वसूली की गई है। तकनीकी कारणों से 15 हजार से अधिक किसानों को किश्त नहीं मिली है, जिन्हें डाटा अपडेट करने के लिए कहा गया है।

प्रस्तुतीकरण के लिए सांकेतिक तस्वीर का प्रयोग किया गया है।
राजेश राज, जागरण रामपुर। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ परिवार के एक ही सदस्य को प्राप्त करने के निर्देश हैं। इसके बाद भी जनपद में सात हजार परिवारों ऐसे हैं, जिनमें पति-पत्नी दोनों ही इस योजना के पात्र लाभार्थी बन गए और योजना का लाभ प्राप्त करने लगे लेकिन अब किसी तरह बात पकड़ में आने पर सरकार ने इस पर रोक लगा दी है। अगस्त में जारी किश्त का भी इन पति-पत्नी को लाभ नहीं मिल पाया। अब इनसे दी गई धनराशि की वसूली की जाएगी।
योजना के तहत परिवार में एक किसान सदस्य ही उठा सकता है लाभ
किसानों की आय बढ़ाने के तहत केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना चला रही है। इसके तहत हर चार माह बाद दो-दो हजार रुपये पात्र किसानों के बैंक खातों में भेजे जाते हैं। जनपद में इस योजना में कुल पंजीकृत किसान 245247 हैं। जिन्हें दो अगस्त 2025 को 20 वीं पीएम किसान सम्मान निधि जारी कर दी गई। इनमें सात हजार ऐसे भी लाभार्थी हैं, जिन्हें इसका लाभ नहीं मिल पाया। इनकी किश्त इस बार रोक दी गई हैं। ये वो लाभार्थी हैं, आपस में पति-पत्नी हैं और गलत तरीके से योजना का लाभ प्राप्त करते आ रहे थे।
सिस्टम ने किसी तरह उनके पति-पत्नी होने का भेद पकड़ लिया। इसी आधार पर उनकी किश्त रोक दी गई। चूंकि योजना का लाभ परिवार में एक ही पात्र किसान को प्राप्त करने का नियम है। इसी आधार पर इन सात हजार की किश्त रोक दी गई। इनके द्वारा प्राप्त अतिरिक्त किश्त की धनराशि की रिकवरी इनकी किश्त रोक कर की जाएगी। रिकवरी पूरी होने के बाद इनमें से किसी एक की किश्त बाद में जारी किए जाने के संदर्भ में बाद में आदेश जारी होंगे।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ किसान परिवार के किसी एक सदस्य को प्राप्त करने का नियम है लेकिन जनपद में सात हजार लाभार्थी ऐसे पाए गए हैं जो पति-पत्नी होकर एक साथ योजना का लाभ ले रहे थे। यह बात पकड़ में आने पर ऊपर से ही इनकी 20वीं योजना की किश्त रोक दी गई है। इनके अलावा तकनीकी कारणों से 15345 किसानों की सम्मान निधि उनके खातों में नहीं पहुंची है। तकनीकी कारणों को दूर कराया जा रहा है। राम किशन सिंह, उपकृषि निदेशक
2468 आयकरदाता वापस करने पड़ गए किसान सम्मान निधि के 28 लाख रुपये
     
आयकर भरने वाले किसान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के पात्रों की सूची में नहीं आते हैं। इसके बाद भी योजना आरंभ होने पर वह इसका लाभ प्राप्त करने को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के पात्रों वाली कतार में शामिल हो गए। समस्त प्रक्रिया पूरी कराने पर उनके खाते में सम्मान निधि की किश्त भी पहुंचना शुरु हो गई थी। बाद में यह बात पकड़ में आने पर वर्ष 2021-22 में उन्हें कृषि विभाग के माध्यम से नोटिस जारी किए गए। इसके बाद इस तरह के आयकर दाता वाली सूची के 2468 किसानों ने बैंकों में पहुंचकर भारत सरकार के खाते में किश्त की धनराशि जमा करके पीछा छुड़ाया।
इस तरह इन किसानों के द्वारा 28 लाख रुपया रिकवरी का सरकार के खाते में जमा किया गया। कृषि विभाग के अनुसार बिलासपुर के गांव छावनी बुजुर्ग के किसान इमरान खान तीन किश्त की धनराशि एक जून 2022 को जमा की। इसी तरह आयकर दाता किसान ग्राम चकफेरी के भाग सिंह ने 12 हजार रुपये 23 मई 2022 को, मिलक लोहा पट्टी भगीरथ के ओम प्रकाश ने तीन किश्त 21 जृन 2022 को, निपनिया-मिलक के विनोद कुमार ने तीन किश्त 24 मई 2022 को बैंक के माध्यम से सरकार के खाते में जमा की। 
तकनीकी कारणों से 15 हजार किसानों के खातों में नहीं पहुंची सम्मान निधि की किश्त
पीएम किसान सम्मान निधि की किश्त को जारी हुए दो माह ढाई माह बीत चुके हैं लेकिन तकनीकी कारणों से 15 हजार से अधिक किसानों के खातों में किश्त की धनराशि अभी तक नहीं पहुंच सकी है। यह कारण इनवैलिड प्रीवियर एंड करेंट लैंड ओनर, बोथ प्रीवियस एंड करेंट लैंड ओनर, म्यूटेशन आदि कारण बताए गए हैं। उपनिदेशक कृषि ने बताया कि इन किसानों को पीएम किसान पब्लिक डोमन पोर्टल से अपडेट मिसिंग इन्फारमेशन के तहत लाइव से स्वयं अथवा जनसेवा केंद्र के माध्यम से डाटा अपलोड करते हुए किसानों से आवेदन नए सिरे से करवाने को कहा गया है ताकि वह 21 वीं किश्त की योजना का लाभ उठा सकें जो जल्दी जारी होने वाली है।

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