यूपी के इस जिले में 21 फीडर बिजली विभाग के निशाने पर, स्मार्ट मीटर लगाकर की जाएगी निगरानी
शहर के चार फीडर समेत जिले भर के 21 फीडर बिजली विभाग के निशाने पर हैं। 50 हजार उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति करने वाले इन फीडरों पर लाइनलॉस 40 प्रतिशत से अधिक होने के कारण इनका लाइनलॉस घटाकर 15 प्रतिशत से कम करने को विभाग ने रणनीति बनाई है। जिसमें स्मार्ट मीटर लगवाकर सभी उपभोक्ताओं की निगरानी की जाएगी। साथ ही चोरी पाए जाने पर उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।

जागरण संवाददाता, रामपुर। शहर के चार फीडर समेत जिले भर के 21 फीडर बिजली विभाग के निशाने पर हैं। 50 हजार उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति करने वाले इन फीडरों पर लाइनलॉस 40 प्रतिशत से अधिक होने के कारण इनका लाइनलॉस घटाकर 15 प्रतिशत से कम करने को विभाग ने रणनीति बनाई है। जिसमें स्मार्ट मीटर लगवाकर सभी उपभोक्ताओं की निगरानी की जाएगी। साथ ही चोरी पाए जाने पर उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।
तमाम कोशिशों के बाद भी अभी तक उपकेंद्राें पर लाइनलास 30 प्रतिशत से नीचे नहीं आ पा रहा है। ज्यादातर उपकेंद्रों पर लाइनलास 30 से 40 प्रतिशत के आसपास ही चल रहा है। वहीं करोडों का बकाया भी चल रहा है। अब विभाग ने इन उपकेंद्रों को सक्सेस स्टोरी में तब्दील करने के लिए रणनीति बनाई है। दो माह में इस पर अमल करते हुए लाइनलास घटाने, शत प्रतिशत स्मार्ट मीटर लगवाने, चोरी रोकने जैसे कार्य प्रभावी ढंग से कराए जाएंगे। चयनित 21 फीडरों से 50 हजार उपभोक्ता जुड़े हैं। इनमें शहर के पहाडीगेट व शाहबादगेट उपकेंद्रों के अलावा बिलासपुर, केमरी, मिलक-शाहबाद व स्वार-टांडा डिवीजन के 21 फीडर शामिल है।
बिजली विभाग ने इन विद्युत केंद्रों की स्थिति सुधारने को ये मुहिम शुरू की है। अभी इन केंद्रों पर लाइनलास 40 प्रतिशत अथवा इससे अधिक है। इस रणनीति के माध्यम से लाइनलास घटाकर 15 प्रतिशत पर लाना है। इसके सभी उपभोक्ताओं के मीटर को स्मार्ट मीटर में तब्दील कराया जाएगा ताकि जितनी बिजली का उपयोग हो। उसी के आधार पर बिल जारी हो और उपभोक्ता उसे समय से जमा भी करें।
इससे क्षेत्र के सभी उपभोक्ताओं की बिलिंग भी शत प्रतिशत होने के साथ विभाग की आय में वृद्धि होगी। बिजली चोरी रोकने को ट्रांसफार्मरों पर मीटर लगाए जाएंगे, जिनसे यह पता लगेगा कि किस क्षेत्र में कितने बिजली यूनिट की खपत हो रही है। उसका मिलान जारी बिलों से करने के जिन क्षेत्रों में कम बिलिंग की बात सामने आएगी। ऐसे क्षेत्रों को चिह्नित करके सुबह व शाम में चेकिंग की जाएगी। जिन उपभोक्ताओं के यहां बिजली चोरी पकड़ी जाएगी। उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
वहीं 10 हजार से अधिक बकाए वाले उपभोक्ताओं पर भी सख्ती करते हुए बकाया जमा कराया जाएगा। बकाया जमा नहीं करने वाले बड़े बकाएदारों की आरसी जारी की जाएगी। इसके अलावा केबिल बदलवाने व खंभे बदलने से जैसे कार्य भी कराए जाएंगे ताकि आपूर्ति सुचारू रुप से उपभोक्ताओं को मिलती रहे। उन्हें फाल्टों की समस्या से कम जूझना पड़े। इसी तरह के बिंदुओं पर कार्य करते हुए दो माह में उपकेंद्रों को सक्सेस स्टोरी वाले उपकेंद्रों में बदलने का लक्ष्य दिया गया है।
जनपद में 21 फीडर पर लाइनलॉस 40 प्रतिशत से ऊपर है। दो माह में इनका लाइनलास घटाकर 15 प्रतिशत में लाकर सक्सेस स्टोरी में तब्दील करना है। इसके लिए चयनित फीडरों में रामपुर शहर के बरेली गेट, नादर बाग की मढैया, पीला तालाब, पक्का बाग , स्वार, टांडा टाउन, मसवासी, बिलासपुर, केमरी, मिलक, जगतपुर आदि शामिल हैं। चोरी बंद होने के साथ बिलिंग सही होने के साथ उपभोक्ताओं से उसका पूरा पैसा भी जमा हो। इसके लिए संबंधित केंद्रों के एसडीओ समेत अन्य समस्त स्टाफ को दो माह का समय दिया गया।- पीके शर्मा, प्रभारी अधीक्षण अभियंता
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