Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यूपी सरकार ने कितने बढ़ाए गन्ने के दाम जिससे किसान हैं नाखुश? बोले- 'ये महंगाई के हिसाब से कुछ भी नहीं'

    Updated: Thu, 30 Oct 2025 01:48 PM (IST)

    उत्तर प्रदेश सरकार ने गन्ना किसानों के हित में गन्ने के मूल्य में 30 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की है, जिससे जिले के 43 हजार से अधिक किसानों को लाभ होगा। अगेती गन्ने का मूल्य 400 रुपये और सामान्य गन्ने का मूल्य 390 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है। सरकार ने बिचौलियों को खत्म करने के लिए गन्ना पर्ची ऑनलाइन कर दी है, जिससे किसानों को राहत मिलेगी।

    Hero Image

    जागरण संवाददाता, रामपुर। प्रदेश सरकार ने गन्ना मूल्य बढ़ाकर किसानों के हित में बड़ा फैसला लिया है। गन्ने के मूल्य में 30 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोत्तरी से गन्ना किसानों के चेहरे खिल गए हैं। वहीं बिचौलिया गिरी खत्म करने के लिए स्मार्ट गन्ना किसान प्रणाली के तहत अब गन्ना पर्ची की व्यवस्था पूरी तरह आनलाइन की गई है। इससे बिचौलियों का सट्टा पर्ची का खेल समाप्त होगा। सरकार की इस कवायद से जिले के 43 हजार से अधिक किसानों लाभ मिल सकेगा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    गन्ना मूल्य में वृद्धि की मांग किसान किसान समय कर रहे थे। लंबे समय से किसानों को गन्ने के दाम बढ़ाए जाने का इंतजार था। चूंकि गन्ना के मूल्यों में वृद्धि नहीं हो रही थी। हालांकि जनपद में भुगतान की स्थिति ठीक है। सरकार ने किसानों की परेशानियों को देखते हुए गन्ना मूल्यवृद्धि कर दी है।

    गन्ना मूल्य में प्रति क्विटंल 30 रुपये की वृद्धि की गई है। जिसमें अगेती प्रजाति के गन्ने का मूल्य 400 रुपये प्रति क्विंटल व सामान्य प्रजाति के गन्ने का मूल्य 390 रुपये प्रति क्विटंल किया गया है। सरकार के इस फैसले को गन्ना किसानों के लिए बड़ी राहत के तौर पर देखा जा रहा है। यह घोषणा पेराई सत्र 2025-26 के लिए की गई है। जिला कृषि अधिकारी शैलेष कुमार ने बताया कि जनपद में लगभग 30 हजार हेक्टेयर में गन्ने का उत्पादन होता है। वित्तीय वर्ष में गन्ना मूल्य वृद्धि 43 हजार से अधिक किसानों को लाभ मिल सकेगा।

    किसान नेताओं की बात

    प्रदेश सरकार ने किसानों को सौगात देते हुए केंद्रीय मंत्री चौधरी जयंत सिंह की मांग पर गन्ना मूल्य वृद्धि कर किसान हित में अच्छा कदम उठाया है। प्रति क्विंटल 30 रुपये से बढ़ाकर चार सौ रुपये गन्ना मूल्य किए जाने से प्रदेश के किसानों को बड़ी राहत मिली है। गन्ना किसानों को इसका लाभ मिलेगा। सरकार के इस सराहनीय फैसले से किसानों के चेहरे खिल गए हैं।
    - मोहम्मद उस्मान बब्लू, प्रदेश महासचिव रोहिलखंड प्रभारी, राष्ट्रीय लोकदल अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ

    प्रदेश सरकार ने गन्ना मूल्य में तीन साल में कुंतल पर सिर्फ तीस रुपये बढ़ाए हैं जो महंगाई के हिसाब से कुछ भी नहीं हैं। अगर सरकार को किसानों की चिंता होती है तो हर साल महंगाई के हिसाब से रेट बढ़ाना चाहिए था पर ऐसा नहीं किया बल्कि सरकार ने किसानों का मजाक बनाया है। सरकार को अपने फैसले पर विचार करना चाहिए। -हसीब अहमद , प्रदेश महासचिव भारतीय किसान यूनियन(टिकैत)


    सरकार ने 30 रुपये प्रति क्विंटल गन्ना मूल्य बढ़ाया है जाेकि काफी कम है। गन्ना किसानों का अपमान व मजाक बनाने जैसा है। चूंकि खाद व डीजल के दाम काफी बढ़ गए हैं। टीक नाशक दवाइयां भी महंगी हो गई है। शासन प्रशासन किसानों के प्रति गंभीर नहीं है। इसी कारण बहुत कम मूल्य वृद्धि सरकार ने की है। -मोहम्मद हनीफ वारसी,प्रमुख राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, भारतीय किसान यूनियन भानू गुट

    सरकार का यह फैसला स्वागत योग्य है। लेकिन सरकार को गन्ना किसानों की स्थिति देखते हुए कम से कम 100 रूपये की बढ़ोतरी करनी चाहिए थी। मात्र तीस रुपये बढ़ाकर सरकार ने गन्ना किसानों के साथ मजाक किया है। भाकियू पांच सौ रुपये गन्ना मूल्य किए जाने की मांग कर रही है। -जगजीत सिंह गिल, जिलाध्यक्ष भाकियू टिकैत