चेहरे से टपक रहा था खून, भाजपा नेता ने क्यों किया आत्महत्या का प्रयास? खूब वायरल हो रहा VIDEO
सहारनपुर में वार्ड 52 के पार्षद मनोज प्रजापति ने भाजपा नेताओं से परेशान होकर आत्महत्या का प्रयास किया। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं ने जातीय टिप्पणी की और झूठे आर्थिक आरोप लगाए। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में उन्होंने अपनी पीड़ा व्यक्त की। हालत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। महापौर ने इसे आपसी विवाद बताया है।

जागरण संवाददाता, सहारनपुर। नगर निगम के वार्ड 52 के पार्षद मनोज प्रजापति ने भाजपा के कुछ नेताओं की जातीय टिप्पणी और झूठे आर्थिक आरोपों से उत्पीड़ित होकर मंगल नगर में सिर में ईंट से वार कर आत्महत्या का प्रयास किया। हालत बिगड़ने पर पार्षद को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इंटरनेट मीडिया पर घटना की वीडियो वायरल की की गई।
इस वीडियो को साझा करते हुए भाजपा नेता फेसबुक पेज पर लिखा कि पिछले लगभग 10 महीनों से भाजपा के कुछ शीर्ष नेताओं से लेकर वार्ड लेवल के नेताओं ने पार्षद मनोज प्रजापति को गालियां दी। सड़क पर हाथापाई बदतमीजी की हदें पार कर दी थी। कभी अपनी फेसबुक पोस्ट पर आरक्षण का कुत्ता, कभी भाजपा कार्यालय पर 10 लोगों की मौजूदगी में गालियां, कभी सड़क पर चोर बताते हुए अभद्र व्यवहार किया गया।
इंटरनेट मीडिया पर घायल अवस्था में पार्षद मनोज प्रजापति की फोटो उनके फेसबुक पेज पर अपलोड की गई। उनके बेटे शोर्य ने वीडियो पोस्ट करने के बाद लिखा कि पापा के शब्द जो आज मैंने लिखे हैं। लिखते हुए बहुत दुखी हूं कि मेरे पापा जो सारा दिन जनता की सेवा करते है। आज उनकी यह हालत है।
पिछले लगभग 10 महीनों से भाजपा के कुछ शीर्ष नेताओं से लेकर वार्ड स्तर के नेताओं ने पार्षद मनोज प्रजापति को गालियां दी। सड़क पर हाथापाई बदतमीजी की हदें पार कर दी थी। कभी अपनी फेसबुक पोस्ट पर आरक्षण का कुत्ता तो कभी भाजपा कार्यालय पर 10 लोगो की मौजूदगी में आकर गलियां अभद्र व्यवहार किया गया।
रोजाना झूठे आर्थिक आरोप लगाए गए। आरोप भी उन लोगों द्वारा जो स्वयं लोगों के करोड़ों रुपये मार कर बैठे है, मगर समाज की सेवा में 24 घंटे सातों दिन तत्पर मनोज प्रजापति यह आरोप सहन नहीं कर सके और जब उन लोगों से बात करने गए तो उन्होंने इतना उकसा दिया कि गाली-गलौज करते हुए तरह-तरह की बात कही।
पोस्ट में लिखा कि पोस्ट उनके वार्ड के शेखर ठकराल को देख लो और नगर निगम के अंदर भी मेरी जाती को लेकर बहुत टिप्पणी की जाती है। इन सब चीजों से परेशान होकर मुझे यह कदम उठाना पड़ा। जो कि मेरे ओर मेरे परिवार के लिए बहुत ही घातक था, लेकिन स्वाभिमान से बढ़कर कुछ नहीं है।
बोले महापौर
पार्टी के कुछ लोगों में आपसी विवाद है। कुछ बात हाे गई थी। परिवार का मामला है और आपसी बातचीत से निपट जाएगा। -डा. अजय कुमार, महापौर।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।