यूपी के इस जिले में पागल कुत्ते ने दस लोगों को काटा, क्षेत्र के अस्पताल की जगह हरियाणा में कराना पड़ा उपचार
Saharanpur News सहारनपुर के सौंधेबास और भूड़ गांवों में एक पागल कुत्ते ने एक किशोरी सहित दस लोगों को काटा जिससे क्षेत्र में दहशत फैल गई। यमुना में बाढ़ के कारण गांवों का संपर्क सहारनपुर से कट गया है इसलिए पीड़ितों को हरियाणा के अस्पतालों में ले जाया गया।

संवाद सूत्र, जागरण, पठेड़ (सहारनपुर)। यमुना नदी पार के गांव सौंधेबास व भूड़ में एक ही दिन में एक किशोरी समेत 10 लोगों को पागल कुत्ते ने काटकर घायल कर दिया। इससे क्षेत्र में दहशत फैल गई। गुस्साए लोगों ने कुत्ते की तलाश कर रात में उसे मार डाला। वहीं घायलों का हरियाणा के विभिन्न अस्पतालों में उपचार कराया गया।
गुरुवार रात पागल हुए कुत्ते ने गांव सौंधेबास निवासी अजय, नरेश, अजब सिंह, लक्की, सुरेंद्र, अली हसन मकसूद और पड़ोस के गांव भूड़ में बलिराम, सांवरिया, विकास और आरजू को काटकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। दो घंटे के अंदर इतने लोगों को कुत्ते द्वारा काटने के कारण गांव में हड़कंप मच गया।
ग्रामीणों द्वारा देर रात पागल कुत्ते को मार दिया। बता दें कि यमुना नदी में आई बाढ़ के कारण नावों के संचालन पर रोक है। जिस कारण इन गांवों का संपर्क सहारनपुर से कटा हुआ है, जिस कारण सभी घायलों को उनके स्वजन यमुनानगर हरियाणा स्थित अस्पतालों में लेकर गए हैं।
गांव सौंधेबांस निवासी नीरज सैनी, विजेंद्र सैनी, संदीप चौधरी ने बताया कि यमुना नदी की बाढ़ में बहकर आए एक मृत पशु का मांस खाकर क्षेत्र के आधा दर्जन से अधिक कुत्ते पागल से हो गए हैं। पागल कुत्तों ने हरियाणा के पड़ोसी गांव मंडोली में भी 12 से अधिक लोगों को काट लिया। ग्राम प्रधान मांगेराम ने बताया कि गांव में पागल कुत्ते घूम रहे हैं। एक को ग्रामीणों ने रात में मारकर दबा दिया है। अन्य की तलाश की जा रही है। इस बारे में एसडीएम सदर सुबोध कुमार ने कहा कि गांव में टीम भेज कर जांच कराई जाएगी।
15 दिन से यूपी की तरफ नहीं आए ग्रामीण
भूड़, सौंधेबांस और ग्याजुद्दीनपुर यमुना के दूसरे किनारे हरियाणा की तरफ हैं। यहां के लोग नाव से नदी पार करके यूपी की तरफ आते हैं। पिछले 15 दिन से यमुना उफान पर है, इस कारण ये लोग हरियाणा की तरफ ही जा रहे हैं। अगर किसी को जरूरी काम होता है तो 55-60 किमी की दूरी तय करके यमुनानगर शाहजहांपुर या हथिनीकुंड बैराज होते हुए यूपी में आते हैं।
प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, सरसावा अनुराग चौहान ने कहा कि यमुना नदी में बाढ़ आने के कारण गांव तक नहीं पहुंच पाते। चिकित्सकों को गांव भेजकर जांच कराई जाएगी।
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