अनियंत्रित होकर पलटा ट्रैक्टर, नीचे दबने से बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष और दो मजदूरों की मौत
सहारनपुर के मढ़ गांव में ट्रैक्टर खाई में गिरने से बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष बिशम्बर और दो मजदूरों की मौत हो गई। घटना मंगलवार रात की है, जब वे गेहूं बोने के बाद लौट रहे थे। बिशम्बर के बेटे ने खोजबीन में उन्हें ट्रैक्टर के नीचे दबा पाया। पुलिस ने शवों को निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इस घटना से गांव में शोक की लहर है।

ओपिन, कर्ण सिंह और विशम्बर। (फाइल फोटो)
संवाद सूत्र, जागरण, सड़क दूधली, (सहारनपुर)। मढ़ गांव के पास ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर खाई में गिर गया। इस हादसे में ट्रैक्टर के नीचे दबने से बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष बिशम्बर और दो मजदूरों की मौत हो गई। घटना मंगलवार रात करीब 10:30 बजे की है।
कोतवाली देहात थाना क्षेत्र के चक अब्दुल्ला सुल्तान उर्फ खुब्बनपुर निवासी 75 वर्षीय बिशम्बर पुत्र बुधवा राम गांव के ही दो मजदूर कर्ण सिंह पुत्र बलजीत उम्र 36 वर्ष और ओपिन 27 पुत्र इसम सिंह के साथ ट्रैक्टर से मुसेल निवादा गांव में गेहूं बोने गए थे, जबकि इसी गांव में बिशम्बर सिंह की ससुराल भी है। तीनों काम खत्म करने के बाद मंगलवार रात करीब 10:30 बजे ट्रैक्टर से जनता रोड से होते हुए घर लौट रहे थे। जैसे ही वे मढ़ गांव की सड़क पर पहुंचे तो ढमोला नदी पुल से पहले ट्रैक्टर अनियंत्रित हो गया।
ट्रैक्टर समेत तीनों लोग खाई में गिर गए और ट्रैक्टर के नीचे दब गए। करीब ड़ेढ़ घंटे तक तीनों लोग ट्रैक्टर के नीचे दबे रहे। बिशम्बर ने गांव लौटने से पहले बेटे अभय सिंह उर्फ मोनू को काल की थी और कहा था कि वह जनता रोड पर पहुंच गए हैं। जब करीब डेढ़ घंटा हो गया और बिशम्बर सिंह घर नहीं लौटे तो स्वजन की चिंता बढ़ गई और वह बाइक लेकर पिता और दोनों मजदूरों की खोज में निकल गया। इसी दौरान मढ़ के रास्ते पर पहुंचा तो ट्रैक्टर खेत में पलटा मिला।
पिता बिशम्बर और मजदूर कर्ण व ओपिन ट्रैक्टर के नीचे दबे थे। मौके पर पुलिस और फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंची। पुलिस ने क्रेन की मदद से ट्रैक्टर को हटाकर तीनों के शव को बाहर निकाला। मौके पर बिशम्बर और मजदूर कर्ण सिंह की मौत हो गई थी, जबकि दूसरे मजदूर ओपिन की सांस चल रही थी। पुलिस घायल को जिला अस्पताल लेकर पहुंची, लेकिन रसूलपुर गांव पहुंचते ही मजदूर ने दम तोड़ दिया। तीनों लोगों की मौत की सूचना ग्रामीणों को मिली तो गांव में मातम छा गया।
परिवार का पालन-पोषण करने वाला एकमात्र सहारा था कर्ण
ओपिन अविवाहित था, जबकि कर्ण सिंह के दो बच्चे हैं। इनमें बड़ी बेटी पलक दस वर्ष और बेटा हिमांशु सात वर्ष का है। कर्ण के बड़े भाई सेठपाल की सालभर पहले मौत हो चुकी है। परिवार का पालन-पोषण करने वाला कर्ण एकमात्र सहारा था।
पूर्व जिलाध्यक्ष बिशम्बर चला रहे थे ट्रैक्टर
थाना देहात कोतवाली प्रभारी सूबे सिंह ने बताया कि दुर्घटना कैसे हुई इसकी जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आनी बाकी है। अभी जांच में सामने आया है कि पूर्व जिलाध्यक्ष बिशम्बर ट्रैक्टर चला रहे थे।

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