Sambhal News: पुलिस ने ऐसे गिरोह का किया पर्दाफाश, जो जीवित लोगों को मृत घोषित करके हड़प लेता था पर्सनल लोन
Sabhal News गिरोह फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लोन लेता और फिर व्यक्ति को मृत दर्शाकर लोन की राशि को हड़प लेता था। पुलिस ने पंकज कुमार ढाली को गिरफ्तार किया है जो इस गिरोह का सरगना है। गिरोह जीबी पंत अस्पताल से फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाता था और एमसीडी से मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कराता था।

संवाद सहयोगी, जागरण, बहजोई/संभल। फर्जी बीमा पॉलिसी के जरिए बीमा क्लेम हड़पने वाले अंतरराज्यीय गिरोह पर कार्रवाई का सिलसिला जारी है। 66 लोग जेल जा चुके हैं, लेकिन इसी बीमा गिरोह से जुड़े कनेक्शन के साथ एक ऐसा फर्जीवाड़ा सामने आया है।
फर्जी कंपनी के जरिए फर्जी नियोक्ता बन और फर्जी नौकरी प्रदान की और उसके आधार पर पर्सनल लोन लिया जाता है और बाद में उसे व्यक्ति को मृत दर्शाकर लोन की धनराशि को हड़प लिया जाता है, जिसके बाद संबंधित फाइनेंस कंपनी या बैंक संबंधित लोन को एनपीए घोषित कर देती है।
जीबी पंत अस्पताल से बने मृत्यु होने के फर्जी दस्तावेज
बहजोई स्थित कार्यालय पर बीमा गिरोह के साथ-साथ फर्जी लोन लेने के गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि बीमा क्लेम हड़पने वाले गिरोह पर एएसपी अनुकृति शर्मा के नेतृत्व में पहले से कार्रवाई चल रही है, जिसके अंतर्गत धनारी थाना क्षेत्र के गांव भैयापुर के शाहरुख खान को 15 फरवरी 2025 को गिरफ्तार किया था, जिसके साथ कई अन्य लोग भी गिरफ्तार हुए थे।
फिर एमसीडी से बनवाया मृत्यु प्रमाण पत्र
एसपी ने बताया कि उसके पास से काफी मात्रा में चेक बुक, पासबुक, डेबिट कार्ड, आधार कार्ड और पैन कार्ड बरामद हुए थे। उससे प्राप्त दस्तावेज और मोबाइल से मिले साक्ष्य के आधार पर दिल्ली के जीबी पंत में मरे हुए व्यक्ति को फिर से मारकर फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाया गया था। यह मृत्यु प्रमाण पत्र त्रिलोकी निवासी नई दिल्ली का था।
इसी दौरान जब पुलिस ने जांच की तो दिल्ली के जीबी पंत से जिस प्रकार से फर्जी ईसीजी की रिपोर्ट प्राप्त की जाती थी, इस दौरान एक और फर्जी एक रिपोर्ट मिली थी जोकि धर्मेंद्र नाम की व्यक्ति की थी, जब उस व्यक्ति को तलाशा गया तो पुलिस को इसमें दो महीने लग गए, आखिरकार पुलिस ने धर्मेंद्र पुत्र बेनी सिंह निवासी दिल्ली को ढूंढ निकाला जो कि मुंबई में रहकर मेहनत मजदूरी करता है।
प्रीमियम भी कटवाया गया
खास बात यह है कि उसके नाम पर गिरोह ने जीवन बीमा कराए गए और इसका प्रीमियम भी कटवाया गया। वह जिंदा है लेकिन उसको इसीजी रिपोर्ट के आधार मृत घोषित कराया, अस्पताल के फर्जी दस्तावेज के जरिए एमसीडी से फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र भी जारी कराया गया। इससे पूर्व धर्मेंद्र फेलनेक्स लेव प्राइवेट लिमिटेड इंडिया का कर्मचारी बताया गया।
खाते में प्रत्येक महीने की वेतन भी डालते थे
जिससे उसके खाते में प्रत्येक महीने की सैलरी डालते हुए एक्सिस बैंक से दो पर्सनल लोन लिए गए पहले पर्सनल लोन 12,21,460 रुपये और दूसरा 4,93,4590 रुपये का लिया गया क्योंकि वह मजदूर था और किसी कंपनी में कार्यरत नहीं था, जिससे पुलिस को संदेह हुआ तो उसने इस संबंध में बैंक से भी जानकारी की और कंपनी की जानकारी की बाद में पता लगा कि यह कंपनी तो एक दिन एक वर्ष पहले ही बंद हो चुकी है, जो सिर्फ कागजों में चल रही थी। जिसे पंकज कुमार ढाली के द्वारा संचालित किया जाता था। वो मूल रूप से अरविंद नगर थाना सितारगंज जनपद उधम सिंह नगर उत्तराखंड का निवासी है और वर्तमान में गाजियाबाद में रहता है।
धनराशि हड़पने का काम किया
इसने धर्मेंद्र को पंजाब के गुरदासपुर का दिखाया। इसके अलावा उसने उत्तराखंड के हरिद्वार, उधम सिंह नगर, उत्तर प्रदेश के बरेली, बागपत, मेरठ, पीलीभीत, मुरादाबाद इत्यादि जिलों के लोगों को अपनी कंपनी का कर्मचारी दिखाते हुए फर्जी दस्तावेज के आधार पर पर्सनल लोन प्राप्त किया है और धनराशि हड़पने का काम किया है।
अन्य मामलों की पुलिस कर रही तलाश
फिलहाल धर्मेंद्र के पर्सनल लोन को हड़पने का मामला ही सामने आया है। अन्य मामलों को पुलिस तलाश रही है। फिलहाल उसके साथ एक अन्य व्यक्ति मनीष भी कंपनी को संचालित करता था लेकिन मनीष को मुंबई पुलिस ने हाल ही के दिनों में गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद उसने एक नई कंपनी अर्श एंटरप्राइजेज बनाई और उसे संचालित कर रहा है। फिलहाल पुलिस ने पंकज कुमार डाली को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है।
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