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    यूपी के इस जिले में तो पांच करोड़ की हुई आतिशबाजी, दीपावली से अगले दिन 200 बढ़कर 368 पर पहुंचा AQI

    Updated: Tue, 21 Oct 2025 08:49 PM (IST)

    दीपावली के बाद संभल में वायु प्रदूषण बढ़ गया, जिससे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 368 तक पहुंच गया। जिले में लगभग पांच करोड़ की आतिशबाजी हुई। धुंध के कारण दृश्यता कम हो गई और लोगों को सांस लेने में तकलीफ हुई। चिकित्सकों ने मास्क पहनने और सावधानी बरतने की सलाह दी है।

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    जागरण संवाददाता, संभल। जिले भर में दीपावली के बाद वायु प्रदूषण में वृद्धि हुई है। त्योहार पर हुई आतिशबाजी के कारण संभल का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) में सीधा 200 बढ़ा है। जिसकी वजह से काफी परेशानी भी हुई। उधर, वायुस्तर खराब होने पर चिकित्सकों ने भी सलाह दी है।

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    सोमवार की सुबह 9 बजे एक्यूआई 168 पर था लेकिन, फिर दीपावली की रात संभल में बड़े पैमाने पर आतिशबाजी हुई तो तड़के तीन बजे एक्यूआई 368 दर्ज किया गया। हालांकि दिन निकलने पर स्थिति में सुधार भी हुआ। मंगलवार की सुबह 5 बजे 268 सुबह 9 बजे यह 191 पर पहुंच गया।

    जनपद के संभल, चंदौसी, बहजोई, गुन्नौर, बबराला, असमोली, पंवासा, गंवा और सिरसी सहित विभिन्न क्षेत्रों में दीपावली का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। पिछले वर्ष 2024 में दीपावली पर उत्तर प्रदेश में संभल प्रदूषण के मामले में तीसरे स्थान पर था। बताया गया है कि दीपावली पर जिले भर में पांच करोड़ की आतिशबाजी फूंकी गई हैं।

    अनुमान के मुताबिक संभल में दो करोड़, चन्दौसी में एक करोड़, बहजोई में 50 लाख, 30 लाख की गुन्नौर, 20 लाख की सिरसी, 30 लाख असमोली, दस लाख रजपुरा क्षेत्र आतिशबाजी बिकी है। इसका नतीजा यह रहा कि मंगलवार की सुबह संभल और आसपास के ग्रामीण इलाकों में आसमान धुंध से भर गया।

    जिस कारण सुबह दृश्यता काफी कम हो गई। सुबह के समय, लोग वाहनों की लाइट जलाकर चलते दिखाई दिए। धुंध के कारण सांस लेने में कठिनाई महसूस करने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है। चिकित्सक डा. शाने रब ने बताया कि अगर यह स्थिति बनी रही तो इससे आंखों में जलन और सांस संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

    आतिशबाजी के साथ-साथ मौसम में हो रहे बदलावों ने भी धुंध की स्थिति को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। पिछले कुछ दिनों से मौसम में हल्की ठंडक और नमी बढ़ी है। जिसके कारण प्रदूषण के कण हवा में जमने लगे हैं। इससे धुंध की स्थिति उत्पन्न हुई है। धुंध को देखते हुए डाक्टर ने लोगों को मास्क पहनकर बाहर निकलने की सलाह दी है। धुंध के कारण सड़क पर वाहन चलाने वालों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। दृश्यता कम होने से सड़क पर दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ गई है।