अब पुलिस का समय बर्बाद किया तो... एक्शन मोड़ में संभल SP कृष्ण कुमार बिश्नोई, फर्जी शिकायतों पर होगी कार्रवाई
संभल आईजीआरएस पोर्टल पर झूठी शिकायतों की बढ़ती संख्या को देखते हुए एसपी एक्शन में हैं। जांच में पाया गया कि कई शिकायतें फर्जी थीं और शिकायतकर्ता उपलब्ध नहीं थे जिससे पुलिस का समय बर्बाद हो रहा था। एसपी ने झूठी शिकायतें दर्ज कराने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया है। पुलिस ऐसे लोगों की पहचान कर रही है जो बार-बार शिकायतें दर्ज करा रहे हैं।

संवाद सहयोगी, जागरण, बहजोई/संभल जिले में आईजीआरएस पोर्टल पर बढ़ती शिकायतों को देखते हुए एसपी एक्शन मोड में हैं। शासन और डीजीपी की निगरानी रिपोर्ट के बाद यह सामने आया कि बीते तीन महीनों में शिकायतों की संख्या तेजी से बढ़ी है और यह संख्या तकरीबन हर रोज 100 तक पहुंच गई है।
पुलिस का दावा है इनमें से कई शिकायतें ऐसी पाई गईं जो फर्जी साबित हुईं और मौके पर शिकायतकर्ता उपलब्ध नहीं मिले।
दरअसल, जिले में आईजीआरएस पोर्टल पर शिकायतों की संख्या में तेजी से वृद्धि दर्ज की गई है। बीते तीन महीनों में शिकायतों की संख्या हर रोज तकरीबन 100 से अधिक पहुंच गई है। हालांकि शिकायतों के निस्तारण और फीडबैक में जिले का प्रदर्शन बेहद सराहनीय रहा है।
समय बर्बाद करने वालों पर कसेगा शिकंजा
सीएम डैशबोर्ड पर जिला इस समय छठवीं रैंक पर है और आईजीआरएस पर 24वीं रैंक बनाए हुए है। शिकायतों के निस्तारण पर मिले फीडबैक का स्कोर 99 प्रतिशत है। एसपी का दावा है आईजीआरएस शिकायतों की निगरानी में यह सामने आया कि कई शिकायतें वास्तविक नहीं थीं। अक्सर ऐसा पाया गया कि जब जांच अधिकारी मौके पर पहुंचते हैं तो शिकायतकर्ता का फोन नंबर बंद मिलता है या शिकायतकर्ता मौजूद नहीं होता।
कुछ लोग बार-बार अलग-अलग नंबर से शिकायत कर पोर्टल का दुरुपयोग कर रहे हैं। एक मामले में तो एक ही व्यक्ति ने 66 बार शिकायत दर्ज कराई। इससे पुलिस का समय और संसाधन व्यर्थ हो रहा है।
फर्जी शिकायतों को लेकर होगी जांच
अधिकांश फर्जी शिकायतें भूमि विवाद से संबंधित पाई गईं, जो पहले से न्यायालयों में विचाराधीन हैं या जिनका निस्तारण पहले हो चुका है, बावजूद इसके उन्हें बार-बार आईजीआरएस पर दर्ज कराया जा रहा है। इन परिस्थितियों ने पुलिस की कार्यप्रणाली को प्रभावित किया है।
इस पर अंकुश लगाने के लिए एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने सभी थाना प्रभारियों, सर्कल अधिकारियों, अपर पुलिस अधीक्षक और आइजीआरएस सेल के साथ बैठक की। बैठक में तय किया गया कि ऐसे लोगों को चिन्हित किया जाएगा जो झूठी शिकायतें दर्ज कर रहे हैं। यदि जांच में यह शिकायतें फर्जी पाई गईं तो ऐसे लोगों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई भी की जाएगी।
पिछले कई महीनों से हम लगातार सीएम डैशबोर्ड में टॉप 10 में और आईजीआरएस में भी 24वीं रैंक पर बने हुए हैं। शिकायत निस्तारण में भी हमारा फीडबैक बेहतर है। इसमें हम ऐसे लोगों को तलाश रहे हैं, जिनके द्वारा फर्जी शिकायत की जाती है। ऐसा भी सामने आया है कि एक ही व्यक्ति के द्वारा 66 बार शिकायत की गई है, तो उस पर भी हम प्रमुखता से काम करेंगे। किसके पीछे क्या कारण है या फिर पुलिस का समय बर्बाद करना है। - कृष्ण कुमार बिश्नोई, एसपी, संभल।
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