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    इंग्लैंड में रहते हुए की सहायक अध्यापक की नौकरी, अब ले रहा पेंशन, विदेशों से फंड लाने का आरोप

    Updated: Wed, 05 Nov 2025 07:18 AM (IST)

    एक सहायक अध्यापक पर इंग्लैंड में रहते हुए नौकरी करने और अब पेंशन लेने का आरोप लगा है। उन पर विदेशों से फंड लाने का भी आरोप है, जिसकी जांच चल रही है। यह मामला नियमों के उल्लंघन से जुड़ा हुआ है, जिसकी सच्चाई जांच के बाद ही सामने आएगी।

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    जागरण संवाददाता, संतकबीरनगर। ब्रिटिश नागरिक बना संतकबीर नगर जिले के शमसुल हुदा खान आजमगढ़ जिले के एक मदरसे में सहायक अध्यापक था। इंग्लैंड में रहते हुए उसने यह नौकरी की और वेतन भी लेता रहा। एक अगस्त 2017 को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर अब वह पेंशन भी ले रहा है।

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    देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप लगने के बाद उसका नाम चर्चा में आया। मामले की गंभीरता को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने इसकी जांच एटीएस (आतंकवाद निरोधक दस्ता) को सौंपी।

    जांच रिपोर्ट में उसकी करस्तानी खुलकर सामने आई तो कार्रवाई का डंडा भी चलने लगा है। पुलिस-प्रशासन ने उसके द्वारा संचालित निजी मदरसे को सील करने के साथ ही अनैतिक तरीके से अर्जित की गई उसकी परिसंपत्तियों भी ढूंढनी शुरू कर दी है।

    एटीएस के आईजी अमिताभ यह ने मंगलवार को वीडियो जारी कर शमशुल हुदा खान निवासी देवरिया लाल थाना दुधारा, जनपद संतकबीर नगर के बारे में जानकारी दी। वीडियो में बताया गया है कि शमशुल हुदा 12 जुलाई 1984 को सहायक अध्यापक आलिया, मदरसा दारूल उलूम अहले, सुन्नत मदरसा अशरफिया मुबारकपुर आजमगढ़ के पद पर नियुक्त हुआ।

    वह वर्ष 2007-08 से ही ब्रिटेन में अधिवास कर रहा था । 19 दिसंबर 2013 को उसने ब्रिटिश नागरिकता प्राप्त कर लिया। वर्ष 2007 से 2017 तक सेवा पुस्तिका की जांच किए बिना ही उसे प्रतिवर्ष वेतन वृद्धि प्रदान की गयी और एक अगस्त .2017 से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति प्रदान करते हुए पेंशन भी स्वीकृत कर दी गई, जो कि पूर्णतयाः अनियमित है।

    शमशुल हुदा खान के मदरसे में नौकरी करते हुए बार-बार विदेश जाने, विदेशो से फंड एकत्र किए जाने एवं उसको विभिन्न माध्यमों से मदरसों तक भिजवाना और उसमे कमीशन / दलाली लेने के तथ्य भी जांच से सामने आए।

    वीडियो में बताया गया कि ब्रिटिश नागरिकता प्राप्त करने के बाद लगातार विदेशों में यात्रा करते हुए इस्लामी धर्म प्रचार के नाम पर पाकिस्तान के विभिन्न क्षेत्रों में आने-जाने तथा वहां के लोगों से सम्पर्क बनाए रखने एवं भारत में अपने करीबियों के माध्यम से जम्मू कश्मीर के संदिग्ध व्यक्तियों से सम्पर्क तथा अन्य संदिग्ध गतिविधियों की गहन जांच एटीएस उत्तर प्रदेश द्वारा कराई गई।

    एटीएस की जांच रिपोर्ट के आधार पर जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी, संतकबीरनगर प्रवीण कुमार मिश्रा द्वारा शमशुल हुदा खान के विरुद्ध दो नवंबर को कोतवाली खलीलाबाद में मुकदमा दर्ज कराया है। उसके विरुद्ध इससे पूर्व भी दो अन्य अभियोग संतकबीरनगर एवं आजमगढ़ में पंजीकृत हैं, जिनमें आरोप पत्र दाखिल किया जा चुका है।

    स्वयंसेवी संस्था बनाकर विदेश से लाता था फंड

    आरोपित शमसुल हुदा खान ने विदेश से फंड लाने के लिए दो स्वयं सेवी संस्थाओं का पंजीकरण कराया था। यह है कुलियातुल बनातीर रजबिया एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी व रजा फाउंडेशन नामक एनजीओ का पंजीकरण कराया। एटीएस की जांच में उसके द्वारा संचालित इन दोनों स्वयंसेवी संस्थाओं का नाम सामने आया है।

    खंगाली जा रही परिसंपत्तियां

    पुलिस अधीक्षक संदीप कुमार मीना ने बताया कि ब्रिटिश नागरिका प्राप्त करने के बाद शमसुल हुदा खान द्वारा जिले में अर्जित की गई परिसंपत्तियों का ब्योरा राजस्व अभिलेखों की मदद से जुटाया जा रहा है। इस कार्य के लिए जिलाधिकारी से मिलकर हमने राजस्व कर्मियों को सहयोग प्रदान करने हेतु निर्देशित करने का अनुरोध किया है।

    उन्होंने यह भी बताया कि जिले में पूर्व में संचालित एक मदरसा वर्ष 2024 में सील किया गया था। दूसरा मदरसा खलीलाबाद के गोश्त मंडी में संचालित था,जिसे तीन नवंबर को सील कर दिया गया है।