अयोध्या में PM मोदी के दौरे को लेकर जिले में रूट डायवर्जन लागू, हाईवे पर तीन दिन नहीं चलेंगे भारी वाहन
संतकबीर नगर में प्रधानमंत्री के अयोध्या दौरे और श्रीराम मंदिर में ध्वजारोहण को लेकर प्रशासन अलर्ट पर है। गोरखपुर-लखनऊ फोरलेन पर 23 से 26 नवंबर तक भारी वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित रहेगा। अयोध्या में वाहनों का दबाव कम करने के लिए यह निर्णय लिया गया है। भारी वाहनों को वैकल्पिक मार्गों से भेजा जाएगा, जिसके लिए सीमाओं पर बैरियर लगाए जाएंगे।

जागरण संवाददाता, संतकबीर नगर। अयोध्या में प्रधानमंत्री के प्रस्तावित आगमन तथा श्रीराम मंदिर में आयोजित होने वाले ध्वजारोहण समारोह के मद्देनज़र जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है।
अयोध्या में बढ़ने वाले वाहनों के दबाव और संभावित भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जिले में 23 नवंबर की रात 10 बजे से 26 नवंबर रात 10 बजे तक गोरखपुर-लखनऊ फोरलेन पर भारी वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित रहेगा। इस अवधि में सभी भारी वाहनों को वैकल्पिक मार्गों से ही भेजा जाएगा।
क्षेत्राधिकारी यातायात प्रियम शेखर पांडेय ने बताया कि प्रधानमंत्री के आगमन को देखते हुए अयोध्या की ओर बढ़ने वाले किसी भी भारी वाहन को मुख्य मार्ग से गुजरने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसके लिए जिले की सीमाओं पर बैरियर लगाए जाएंगे और सभी भारी वाहनों को वैकल्पिक सुरक्षित मार्गों से डायवर्ट किया जाएगा।
क्षेत्राधिकारी ने बताया कि गोरखपुर से लखनऊ की ओर जाने वाले भारी वाहनों को मुख्य मार्ग से हटाकर दुर्गा मंदिर मगहर से घघसरा, फिर बखिरा–नन्दौर मार्ग होते हुए बांसी (सिद्धार्थनगर) भेजा जाएगा। वहां से वे आगे अपने निर्धारित गंतव्य को जा सकेंगे।
खलीलाबाद से लखनऊ जाने वाले भारी वाहनों को खलीलाबाद बाईपास से डायवर्ट कर बखिरा, बांसी, बढ़नी एवं बहराइच होते हुए लखनऊ दिशा में भेजा जाएगा। इसी तरह भुंवरिया से पायलपार, नाथनगर एवं बिड़हरघाट की ओर जाने वाले भारी वाहनों को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की ओर मोड़ दिया जाएगा।
टेमारहमत से लखनऊ की ओर बढ़ने वाले भारी वाहनों को दुधारा होते हुए बांसी, सोहरतगढ़, बढ़नी मार्ग से बलरामपुर और फिर बहराइच के रास्ते आगे भेजा जाएगा।

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