जनशिकायत निस्तारण में पुलिस ने रचा इतिहास, पांचवी बार टॉप पर रहा यूपी का यह जिला
उत्तर प्रदेश के एक जिले की पुलिस ने जनशिकायतों के निवारण में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए लगातार पांचवीं बार शीर्ष स्थान हासिल किया है। यह उपलब्धि दर्शाती है कि पुलिस जनता की शिकायतों को गंभीरता से लेती है और उनका त्वरित समाधान करने के लिए प्रतिबद्ध है। लगातार बेहतर प्रदर्शन पुलिस विभाग की कार्यशैली में सुधार का प्रमाण है।

जनशिकायत निस्तारण में पुलिस ने रचा इतिहास।
जागरण संवाददाता, संतकबीरनगर। जनशिकायतों के निस्तारण में संतकबीरनगर पुलिस ने एक बार फिर पूरे प्रदेश में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए प्रथम स्थान प्राप्त किया है। माह अक्टूबर 2025 की मासिक रैंकिंग में यह उपलब्धि दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि जनपद ने इससे पहले जून, जुलाई, अगस्त और सितंबर माह में भी प्रदेश स्तर पर पहला स्थान हासिल किया था। यह लगातार पांचवीं बार है जब जिले ने यह गौरव प्राप्त किया है।
पुलिस अधीक्षक संदीप कुमार मीना के कुशल निर्देशन एवं नेतृत्व में जिले की पुलिस टीम ने यह उपलब्धि हासिल की। उन्होंने सभी थाना प्रभारी एवं थानाध्यक्षों को निर्देश दिए गए हैं कि थाने पर आने वाले प्रत्येक शिकायतकर्ता के साथ शालीन व्यवहार किया जाए तथा सभी शिकायतों का निष्पक्ष और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित किया जाए।
जनशिकायतों का निस्तारण आईजीआरएस पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन किया जाता है। प्रत्येक संदर्भ का निर्धारित समयावधि में निस्तारण अनिवार्य होता है। जांच अधिकारी मौके पर जाकर तथ्यों की गहराई से पड़ताल करते हैं और विधिक प्रक्रिया के अनुरूप कार्रवाई करते हैं।
एसपी ने बताया कि पोर्टल पर प्राप्त सभी संदर्भों की नियमित समीक्षा एवं पर्यवेक्षण किया जाता है। यदि किसी मामले की जांच रिपोर्ट पुष्टिकारक नहीं पाई जाती, तो उसे पुनः जांच हेतु संबंधित अधिकारी को कड़े निर्देशों के साथ लौटाया जाता है। इसी पारदर्शी और उत्तरदायी कार्यप्रणाली के चलते जिले के सभी थानों ने मिलकर यह उल्लेखनीय सफलता हासिल की है।
जल्द ही सभी थाना प्रभारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। एसपी ने कहा कि ‘जनसुनवाई प्रथम’ अभियान के माध्यम से पुलिस और जनता के बीच संवाद व विश्वास की कड़ी और मजबूत हुई है। लगातार पांचवीं बार प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त करना पुलिस टीम की मेहनत, अनुशासन और जनता के प्रति संवेदनशीलता का प्रमाण है

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