Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    टायर बिजनेस की आड़ में रवि चला रहा था नकली नोट का धंधा, पहले भी जा चुका जेल, 3.24 लाख के जाली नोट बरामद

    Updated: Wed, 05 Nov 2025 08:04 PM (IST)

    रवि अरोड़ा टायर व्यवसाय की आड़ में नकली नोटों का धंधा चला रहा था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर 3.24 लाख रुपये के जाली नोट बरामद किए। अरोड़ा पहले भी इस मामले में जेल जा चुका है। पुलिस मामले की जांच कर रही है, नकली नोटों के धंधे का पर्दाफाश हुआ।

    Hero Image

    जागरण संवाददाता, शाहजहांपुर। टायर व्यापारी ने करीब चार वर्ष पहले नकली नोटों को छापने का जो कारोबार शुरू किया था वह शाहजहांपुर से लेकर दिल्ली तक पहुंचा दिया।दिल्ली के विजय नगर निवासी राकेश अरोड़ा समेत कई लोगों को इस गिरोह में शामिल कर लिया लेकिन यहां की पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    रवि, राकेश अरोड़ा व सदर क्षेत्र के तिलहरजई मुहल्ला निवासी विवेक मौर्या की गिरफ्तारी के बाद 3.24 लाख रुपये के जाली नोट और छपाई में इस्तेमाल होने वाले उपकरण भी बरामद कर लिए गए। विवेक माैर्या वर्ष 2023 में चौक क्षेत्र के केरूगंज मुहल्ले में नकली नोट छापते पकड़ा गया था लेकिन उसके बाद यहां की पुलिस ने उसकी गतिविधियों पर ध्यान नहीं दिया था।

    सदर थाने से कुछ दूरी पर उसने कमरा किराये पर लेकर कंप्यूटर और प्रिंटर के जरिये नकली नोट छापना शुरू कर दिया। रवि अरोड़ा उन नोटों को सप्लाई करने का काम करता था।

    ठिकाना बदलने की फिराक में था रवि

    रवि अरोड़ा का करीब 30 वर्षों से टायर बेचने का कारोबार है। उसके पिता भी टायर व्यापारी थे। धीरे-धीरे उसने खुद यह यह कारोबार संभाल लिया। दिल्ली से पुराने टायर लाकर यहां बिक्री करता था। वर्ष 2024 में जब उसकी पहली बार नकली नोट प्रकरण में नाम सामने आया तो उसने यहां से अपना ठिकाना बदलने का निर्णय लिया। वह केरूगंज स्थित दुकान व मकान बिक्री करने के लिए लोगों संपर्क कर रहा था। बताया जा रहा है कि उसकी पत्नी व बहन बरेली में रहतीं है।

    पिछले वर्ष खोला था ढाबा

    टायर के कारोबार के बाद उसने गत वर्ष ढाबा खोल लिया था लेकिन नकली नोट प्रकरण में फंसने की वजह से यह ढाबा बंद करना पड़ा। कुछ समय से फिर टायर की आड़ में ही अपना अवैध कारोबार बढ़ा रहा था।  

    पहले नेपाल से लाता था नोट

    रवि अरोड़ा दो वर्ष पहले तक नेपाल से नकली नोट लेकर यहां सप्लाई करता था। यहां कुछ लोग को उसने अपने साथ जोड़ लिया था। बताया जा रहा है कि एक लाख रुपये मूल्य के नकली नोट 40 हजार रुपये में बेचता था।  

    स्थानीय पुलिस भी कर रही तलाश

    दिल्ली पुलिस की कार्रवाई के बाद एसपी राजेश द्विवेदी ने एसओजी समेत तीन टीमों को लगाया है जो अपने स्तर से यहां जांच कर रहीं है। कई संदिग्धों से पूछताछ भी की गई है।

     

    यह भी पढ़ें- नकली नोटों की सप्लाई चेन टूटी : दिल्ली और यूपी में जाली नोट छापने वाले गिरोह का पर्दाफाश, तीन गिरफ्तार

     

    यह भी पढ़ें- नकली नोटों की छपाई में पुराना खिलाड़ी है डॉक्टर नफीस, अमरोहा में चार साल पहले पकड़ा था