सिद्धार्थनगर की मतदाता सूची गड़बड़ी पर अखिलेश का वार, बीजेपी को घेरा, कहा- बेईमानी छुपने वाली नहीं
सिद्धार्थनगर की मतदाता सूची में गड़बड़ी को लेकर अखिलेश यादव ने भाजपा पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि वोटर लिस्ट में धांधली करने वाले अधिकारी और चुनावकर्मी समझ लें कि उनकी बेईमानी छुपने वाली नहीं है। सपा नेता श्यामलाल पाल की शिकायत पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने जिलाधिकारी को पत्र लिखा था।

जागरण संवाददाता, सिद्धार्थनगर। जिले की मतदाता सूची में हुई गड़बड़ी पर समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा पर सीधा हमला बोला है। उन्होंने रविवार को एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि वोटर लिस्ट में धांधली करने वाले अधिकारी और चुनावकर्मी समझ लें कि उनकी बेईमानी छुपने वाली नहीं है।
पकड़े जाने पर उनके खिलाफ एफआईआर, निलंबन और सजा तय है। अखिलेश ने लिखा, ऐसे लोग देश और समाज दोनों के साथ धोखा करेंगे और अंततः अपमानजनक जीवन जीने पर मजबूर होंगे।
अखिलेश ने आगे कहा कि भाजपा किसी की सगी नहीं है। उनके मुताबिक चुनावकर्मी यदि भाजपाइयों के कहने पर धांधली करेंगे तो वे भी नहीं बच पाएंगे। अपने इस पोस्ट में अखिलेश ने सिद्धार्थनगर जिलाधिकारी की वह कार्रवाई साझा की, जिसमें मतदाता सूची से नाम हटाने में हुई गड़बड़ी पर एफआईआर दर्ज की गई है।
दरअसल, समाजवादी पार्टी के प्रदेश पदाधिकारी श्यामलाल पाल ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को शिकायत भेजी थी। इसमें कपिलवस्तु विधानसभा क्षेत्र के मतदाता राकेश कुमार, शेषनाथ और रूबा के नाम बिना कारण सूची से हटाए जाने का मामला उठाया गया।
शिकायत पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने जिलाधिकारी सिद्धार्थनगर को पत्र लिखकर आख्या मांगी। जांच में स्पष्ट हुआ कि बीएलओ कृष्णावती देवी, जो रोजगार सेवक थीं, ने विधिक प्रक्रिया का पालन किए बिना ही तीनों नाम विलोपित कर दिए।
इसे जन प्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 की धारा 32 का उल्लंघन माना गया। इसके बाद जिलाधिकारी डाॅ. राजा गणपति आर ने बीएलओ के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई और उन्हें पद से हटाने की संस्तुति भी की।
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