MNREGA योजना का फर्जीवाड़ा आया सामने, शादी के दिन भी दूल्हे की बन गई हाजिरी; ऐसे हुआ खुलासा
डुमरियागंज विकास खंड के ग्राम गरदहिया में शादी के दिन भी दूल्हे की मनरेगा हाजिरी बना दी गई है। लोकपाल की जांच में यह मामला सत्य भी पाया गया है। उन्होंने अपनी रिपोर्ट भी तैयार करके विभाग को भेज दी है। गरदहिया निवासी रामगोपाल मौर्य मनरेगा जाब कार्डधारक है। रामगोपाल खुद इस बात से अचरज में हैं।

जागरण संवाददाता, सिद्धार्थनगर। जिले में मनरेगा योजना में फर्जीवाड़ा चरम पर है। इसमें ग्राम प्रधान के बेटा, बहू, पत्नी को भी मनरेगा से मजदूरी दी जा रही है तो कहीं पर 80 की जगह मौके पर 12 मजदूर भी काम नहीं कर रहे हैं।
ताजा मामला डुमरियागंज विकास खंड के ग्राम गरदहिया का है। यहां तो शादी के दिन भी दूल्हे की मनरेगा हाजिरी बना दी गई है। लोकपाल की जांच में यह मामला सत्य भी पाया गया है। उन्होंने अपनी रिपोर्ट भी तैयार करके विभाग को भेज दी है।
गरदहिया निवासी रामगोपाल मौर्य मनरेगा जाब कार्डधारक है। 30 अप्रैल को उनकी शादी थी और उस तिथि में रामगोपाल को मनरेगा कार्य में उपस्थिति दिखाया गया है। रामगोपाल खुद इस बात से अचरज में हैं, लेकिन वह स्पष्ट उत्तर नहीं दे रहे हैं।
वह कहते हैं कि किसी की शादी रहेगी तो वह मनरेगा की मजदूरी करेगा। गांव में सिर्फ उन्हें ही नहीं, बल्कि उनके पिता को भी उपस्थिति दिखाई गई है। मामले की शिकायत लोकपाल मनरेगा से हुई तो उन्होंने दो दिन पहले इस मामले की जांच की।
उन्होंने अपनी जांच में शिकायत को सत्य पाया है। उन्होंने बताया है कि 30 अप्रैल को रामगोपाल व उनके पिता काम करने नहीं गये थे। उनकी व उनके पिता की फर्जी हाजिरी बनायी गयी है। इसकी रिपोर्ट उन्होंने विभाग को भेज दी है।
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना को भले ही सरकार पलायन रोकने को वरदान मान रही है। लेकिन नौगढ़ में योजना अपने उद्देश्य को पूरा नहीं कर पा रही है। यही वजह है कि गरीब परिवार रोजी रोटी के लिए शहरों को पलायन कर रहे हैं।
90 श्रमिकों का निकाला मास्टररोल, मौके पर मिले 12 श्रमिक
ग्राम पंचायत महदेवा खुर्द के सिसवा खुर्द में गड्ढे की खोदाई कार्य की आइडी निकाली है। इसमें 74 श्रमिकों का मास्टररोल चल रहा है। शुक्रवार सुबह करीब नौ बजे पोखरे पर कोई भी श्रमिक मौजूद नहीं मिला। कुछ ग्रामीण बताए कि कार्य चल रहा है।
इसी प्रकार पारा गांव में गड्ढे की खोदाई के लिए 90 श्रमिकों का मास्टररोल निकाला गया है। शुक्रवार को वहां भी मौके पर महज 12 श्रमिक कार्य करते हुए पाए गए हैं। इस संबंध में उपयुक्त मनरेगा संदीप सिंह ने बताया कि संबंधित ग्राम पंचायतों की जांच करवायी जाएगी। यदि श्रमिक उतने मौजूद नहीं रहे हैं तो उस दिन का मस्टररोल शून्य किया जाएगा।
गरदहिया का मामला इंटरनेट मीडिया से संज्ञान में आया था। इसे पूरी गंभीरता से लिया गया। जांच के दौरान पता चला कि राम गोपाल व उनके पिता 30 अप्रैल को काम पर नहीं गए थे। उस दिन उनकी उपस्थिति बनायी गयी है। इसे गंभीरता से लिया गया है। इसकी जांच रिपोर्ट तैयार करके विभाग को भेज दी गयी है।
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