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    विदेश में पढ़े यूपी के 63 चिकित्सकों का ब्यौरा खंगाल रहीं सुरक्षा एजेंसियां, दिल्‍ली धमाके से है कनेक्‍शन

    Updated: Mon, 08 Dec 2025 07:00 AM (IST)

    दिल्ली के लाल किले के पास हुए विस्फोट के बाद, सुरक्षा एजेंसियां विदेश में पढ़े 63 चिकित्सकों की पृष्ठभूमि की जांच कर रही हैं। इनमें से कुछ चिकित्सक रा ...और पढ़ें

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    विदेश में शिक्षा प्राप्त चिकित्सकों का विवरण अभिलेखों से किया जा रहा सत्यापन


    जितेन्द्र पाण्डेय, सिद्धार्थनगर। दिल्ली के लाल किले के पास 10 नवंबर को हुए विस्फोट में अल फलाह विश्वविद्यालय से जुड़ा मामला सामने आने के बाद सुरक्षा संस्थाओं ने जिले में कार्यरत चिकित्सकों की पृष्ठभूमि की गहन जांच शुरू कर दी है। जांच में सामने आया है कि यहां 63 से अधिक चिकित्सक ऐसे हैं, जिन्होंने विदेश से चिकित्सा शिक्षा प्राप्त की है। यह दस्तावेजी जांच पूरी तरह से एहतियात के तौर पर की जा रही है, ताकि प्रशासनिक अभिलेख अद्यतन रखे जा सकें। अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि यह कार्रवाई सामान्य जांच प्रक्रिया का हिस्सा है और इसका उद्देश्य किसी भी वर्ग या व्यक्ति को संदेह के घेरे में लाना नहीं है।

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    विदेश में पढ़े 63 चिकित्सकों में से 10 चिकित्सक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, आयुष्मान जन आरोग्य केंद्रों, नवजात शिशु देखभाल इकाई और बाल गहन चिकित्सा इकाई में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इसके अलावा जिले के मेडिकल कालेज में 53 चिकित्सक प्रशिक्षु अवधि पूरी कर रहे हैं। इसमें दो चिकित्सक यूक्रेन से शिक्षित हैं। इसके अलावा 25 चिकित्सकों ने किर्गिस्तान, 14 ने रूस, सात ने चीन, तीन ने बांग्लादेश, एक ने कजाकिस्तान और एक ने तजाकिस्तान से चिकित्सा शिक्षा प्राप्त की है। कुल मिलाकर विदेश में पढ़ाई करने वाले चिकित्सकों में सर्वाधिक किर्गिस्तान से शिक्षित 27, रूस से 14 और चीन से 10 चिकित्सक शामिल हैं। सुरक्षा एजेंसियां केवल यह सुनिश्चित कर रही हैं कि शैक्षिक प्रमाणपत्र, पंजीकरण और नियुक्ति से जुड़े सभी दस्तावेज विधिवत और अभिलेखों में दर्ज हों।

    बताया गया कि कुछ अनुभवी चिकित्सक निजी चिकित्सालयों का संचालन भी कर रहे हैं, जिनके दस्तावेजों का सत्यापन भी इसी प्रक्रिया के तहत किया जा रहा है। यह छानबीन हाल के सुरक्षा इनपुट को ध्यान में रखते हुए एक सामान्य प्रशासनिक सतर्कता के रूप में की जा रही है। अधिकारियों ने साफ कहा कि विदेश में पढ़े चिकित्सकों को किसी भी प्रकार से संदिग्ध नहीं माना जा रहा है और न ही किसी विशेष संस्था से जुड़े होने के आधार पर कोई निष्कर्ष निकाला जा रहा है।

    बता दें 10 नवंबर 2025 को दिल्ली स्थित लाल किले के पास आतंकवादियों द्वारा विस्फोट की घटना हुई थी। बाद में जांच में स्पष्ट हुआ कि विस्फोट की मूल योजना किसी अन्य स्थान पर बनाई गई थी, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था सख्त होने के कारण आतंकवादी अपने उद्देश्य में सफल नहीं हो सके। जांच के दौरान पता चला कि इस साजिश की रूपरेखा फरीदाबाद स्थित अल फलाह विश्वविद्यालय से जुड़ी थी। इसके बाद सुरक्षा संस्थाओं ने विश्वविद्यालय को सील कर वहां से शिक्षित लोगों की देशभर में तलाश शुरू कर दी।

    विदेश में शिक्षा प्राप्त चिकित्सकों का विवरण (जिला स्तर पर)

    जिले में कार्यरत विदेश में पढ़े हुए एनएचएम चिकित्सक

    • चीन : तीन
    • कजाकिस्तान : दो
    • किर्गिस्तान : दो
    • नेपाल : दो
    • जार्जिया : एक

    मेडिकल कालेज में प्रशिक्षण लेने वाले चिकित्सक

    • किर्गिस्तान : 25
    • रूस : 14
    • चीन : सात
    • यूक्रेन : दो
    • बांग्लादेश : तीन
    • कजाकिस्तान : एक
    • तजाकिस्तान : एक

    दिल्ली की घटना को संज्ञान में लेकर सुरक्षा के लिहाज से सभी चिकित्सकों का विवरण एकत्र किया जा रहा है। यह देखा जा रहा है कि उन्होंने कहां से पढ़ाई की है। फिलहाल जिले में अल फलाह विश्वविद्यालय से पढ़ा या उससे जुड़ा कोई चिकित्सक अभी तक संज्ञान में नहीं आया है। - डा. अभिषेक महाजन पुलिस अधीक्षक