यूपी में भी सोनम-राजा रघुवंशी जैसा मामला, प्रेमी के साथ साजिश रची... हत्या कर नदी में फेंकी लाश
सिद्धार्थनगर के शोहरतगढ़ में संगीता नामक एक महिला ने अपने प्रेमी अनिल उर्फ विवेक के साथ मिलकर अपने पति कन्नन की हत्या कर दी। शादी के 18 साल बाद संगीता ने पति के शव को बलरामपुर जिले में राप्ती नदी में फेंक दिया और गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस जांच में संगीता पर संदेह हुआ जिसके बाद उसने सच्चाई उजागर कर दी।

जागरण संवाददाता, सिद्धार्थनगर। इंदौर की सोनम और राजा रघुवंशी जैसा मामला सिद्धार्थनगर के शोहरतगढ़ में भी सामने आया है। यहां के नजरगढ़वा गांव की महिला संगीता ने शादी के 18 साल बाद प्रेमी अनिल उर्फ विवेक के साथ मिलकर अपने पति कन्नन की हत्या कर दी। अपराध छिपाने के लिए पति का शव बलरामपुर जिले में राप्ती नदी में फेंक दिया और पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी। गुमशुदगी के मामले की जांच करते-करते पुलिस को संदेह हुआ और जब कड़ाई से पूछताछ हुई तो संगीता ने सारी सच्चाई उगल दी। पुलिस ने बलरामपुर जिले से मंगलवार को मृत पति का कंकाल बरामद कर लिया।
सीओ शोहरतगढ़ सुजीत राय ने बताया कि दो जून को संगीता ने ढेबरुआ थाना में पति कन्नन के संदिग्ध परिस्थितियों में लापता होने की सूचना दी थी। पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज करने के बाद मामले की जांच शुरू की। जांच के दौरान यह बात सामने आई कि संगीता अपने पति को कहीं साथ लेकर गई थी। जब पुलिस ने संदेह के आधार पर पूछताछ की तो पाया कि संगीता परिवार वालों के सामने तो परेशान हाल दिखाई देती थी, लेकिन जैसे ही कम लोग होते उसका व्यवहार सामान्य हो जाता। मोबाइल पर लगातार बात करती रहती। पुलिस ने इसे संज्ञान में लेने के बाद सख्ती से पूछताछ की तो वास्तविकता सामने आ गई।
संगीता ने पुलिस को बताया कि व आरोपित प्रेमी के साथ मिलकर कन्नन को गाड़ी पर बैठाकर राप्ती के किनारे ले गई, वहां नशीला पदार्थ खिलाकर उसे नदी में फेंक दिया है। कन्नन का शव मंगलवार को बलरामपुर के कोतवाली देहात थाना के सेमरहना के पास राप्ती में कंकाल के रूप में मिला था। स्वजन ने कपड़े के आधार पर उसकी पहचान की। पुलिस ने पत्नी संगीता व प्रेमी अनिल शुक्ला उर्फ विवेक को गिरफ्तार किया।
19 साल पहले कन्नन से प्रेम विवाह, दो साल पहले अनिल पर आया दिल
कन्नन वर्ष 2000 में मजदूरी करने दिल्ली गया था। इसी दौरान संगीता से प्रेम हो गया। वर्ष 2006 में संगीता के साथ दिल्ली के एक मंदिर में विवाह कर लिया। कुछ दिन बाद दोनों गांव आ गए। दो साल पहले बलरामपुर जिले का निवासी अनिल शुक्ल दिल्ली जाते समय ट्रेन में ट्रेन में संगीता को मिला। बातचीत के दौरान ही दोनों की दोस्ती और मोबाइल नंबरों का आदान-प्रदान हुआ। फोन पर बातचीत शुरू हुई और धीरे-धीरे दोनों में प्रेम प्रसंग शुरू हो गया। संगीता भी पति कन्नन के साथ दिल्ली में रहती थी।
उधर, अनिल और संगीता दिल्ली में भी संपर्क में रहते थे। बीती 11 मई को अनिल की भी शादी हो गई। शादी के बाद संगीता ने कन्नन को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। अनिल ने शादी के बाद भी संगीता का साथ क्यों दिया... इस संबंध में पुलिस अभी कुछ स्पष्ट रूप से नहीं बता सकी है। संगीता पति को इलाज के बहाने दो जून को बलरामपुर ले आई। यहां अनिल ने पहले दोनों को शक्तिपीठ देवीपाटन व सिरसिया श्रावस्ती स्थित विभूतिनाथ मंदिर के दर्शन कराए। इसके बाद कन्नन को कोल्डड्रिंक में नशीला पदार्थ खिलाकर कोड़री घाट के नीचे फेंक दिया। मौत की पुष्टि करने के लिए वे नीचे उतरे और उसे रेत में ही दफन कर दिया। तीन जून को संगीता सिद्धार्थनगर चली गई।
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