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    असली-नकली खाद में आसानी से पहचान कर सकेंगे किसान, विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत कृषि विभाग देगा ट्रेन‍िंग

    Updated: Mon, 03 Nov 2025 03:23 PM (IST)

    मिलावटी खाद के प्रति किसानों को जागरुक करने के लिए कृषि विभाग विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत किसानों को जागरूक करेगा। अभियान के तहत ब्लाक से लेकर गांवों तक गोष्ठियां होंगी, इसमें किसानों को असली-नकली खाद की पहचान का आसान तरीका बताया जाएगा। कृषि विज्ञानी ऐसे सरल तरीके बताएंगे जिससे किसान घर पर इसकी पहचान कर सकेंगे। 

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    संवाद सूत्र, सीतापुर। मिलावटी खाद के प्रति किसानों को जागरुक करने के लिए कृषि विभाग विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत किसानों को जागरूक करेगा। अभियान के तहत ब्लाक से लेकर गांवों तक गोष्ठियां होंगी, इसमें किसानों को असली-नकली खाद की पहचान का आसान तरीका बताया जाएगा। कृषि विज्ञानी ऐसे सरल तरीके बताएंगे जिससे किसान घर पर इसकी पहचान कर सकेंगे। पिछले दिनों मिलावटी खाद बनाने की सामग्री पकड़े जाने के बाद विभाग ने सतर्कता बढ़ा दी है।

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    मिलावटी खाद तैयार करने के धंधे की जिले में गहरी जड़े हैं। बीते वर्ष रबी सीजन में ही खैराबाद, संदना, हरगांव से कच्चे माल को बरामद किया जा चुका है। हाल में पिसावां में कच्चे माल की बरामदगी ने विभाग के कान खड़े कर दिए। रबी सीजन में मिलावटी खाद खपाने का खेल काफी समय से हो रहा है। प्रशिक्षण से किसान जागरूक होंगे तो मिलावटखोरों की दाल गलनी बंद हो जाएगी।

     

    यहां पकड़ी जा चुकी मिलावटी खाद की सामग्री

     

    27 अक्टूबर को पिसावां में नकली खाद बनाने की सामग्री पकड़ी गई थी। एक पिकअप में 70 बोरी सामग्री (जिप्सम ग्रेन्यूल्स) की बरामदगी हुई थी। पिछले वर्ष दो नवंबर को संदना के निमतापुर में तत्कालीन कृषि अधिकारी मनजीत कुमार ने कच्चे माल की 600 बोरी एक मकान से बरामद की थीं। यहां से कई जिलों के बिल, बोरी सिलने वाली मशीन व रैपर मिले थे। वहीं खैराबाद के असोढर व हरगांव में भी पूर्व में कच्चा माल बरामद किया जा चुका है। इन मामलों में विभाग ने मुकदमा लिखाया था।



    ऐसे करें असली उर्वरक की पहचान



    यूरिया

     

    -सफेद चमकदार दाने, समान आकार के गोल दाने।
    -दाना गर्म तवे पर रखने से तुरंत पिघल जाता है।
    -पानी व नमी के संपर्क में आते ही घुल जाता है।
    -घोल को छूने पर शीतलता की अनुभूति होती है।

    डीएपी

     

    -सूखा व दानेदार, काला, भूरा व बादामी रंग होता है।
    -नाखूनों में लगने पर आसानी से रंग नहीं छूटता है।
    -डीएपी के दाने में चूना मिलाकर मलने पर गंध आती है।
    -तवे पर धीमी आंच में गर्म करने पर दाना फूल जाता है।

     पोटाश

    -यह सफेद पिसे नमक व लाल मिर्च के मिश्रण की तरह होता है।
    -इसके कणों को नम करने पर आपस में चिपकते नहीं हैं।
    -पानी में घोलने पर खाद का लाल भाग सतह पर आ जाता है।

     

    किसानों को विकसित कृषि संकल्प अभियान में प्रशिक्षण देकर असली-नकली उर्वरक की पहचान का तरीका बताया जाएगा। किसान मिलावटी खाद तैयार करने वालों की सूचना दे सकते हैं, तत्काल कार्रवाई होगी।-संजीव कुमार, जिला कृषि अधिकारी, सीतापुर।

     

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